US, 3 July, 2021
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को कहा कि बंद और दूरस्थ शिक्षा के "हानिकारक" प्रभावों से बचने के लिए कुछ परिस्थितियों में स्कूलों में कोविड -19 परीक्षण किए जाने चाहिए।
यूनिसेफ और यूनेस्को के साथ मिलकर डब्ल्यूएचओ के यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक हैंस क्लूज ने जारी एक बयान में कहा, "गर्मियों के महीने सरकारों के लिए सही उपाय करने का अवसर प्रदान करते हैं जो संक्रमण दर को कम रखने और स्कूल बंद करने से बचने में मदद करेंगे।"
उन्होंने कहा कि स्कूलों को बंद करने से "जैसा कि हमने देखा है, हमारे बच्चों और युवाओं की शिक्षा, सामाजिक और मानसिक कल्याण पर इतना हानिकारक प्रभाव पड़ता है।"
क्लूज ने कहा, जिन्होंने बार-बार डब्ल्यूएचओ के यूरोपीय क्षेत्र के देशों को दूरस्थ शिक्षा से जुड़े ड्रॉपआउट दरों और स्वास्थ्य प्रभावों को संबोधित करते हुए कहा है, "हम महामारी को बच्चों की शिक्षा और विकास को लूटने की अनुमति नहीं दे सकते हैं।"
शुक्रवार को प्रकाशित नई सिफारिशों के अनुसार, "किसी भी गंभीरता के" तीव्र श्वसन संक्रमण वाले रोगसूचक बच्चों के लिए परीक्षण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, यदि वे कमजोर समूह से संबंधित हैं।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोविड मामलों के स्पर्शोन्मुख निकट संपर्कों पर भी परीक्षण के लिए विचार किया जाना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ ने आगे कहा कि हालांकि, अगर किसी स्कूल में कोरोनावायरस के मामलों का पता नहीं चला है तो परीक्षण की सिफारिश नहीं की जाती है।