मुंबई, 30 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। शाहबाज शरीफ सरकार ने पाकिस्तान में बिजनेस कर रहे चीनी नागरिकों से कहा है कि वो फिलहाल, अपने कारोबार बंद कर दें। शरीफ सरकार ने कहा है कि आतंकी गुट चीनी नागरिकों को ही टारगेट कर रहे हैं और सबसे ज्यादा खतरा उन्हें ही है। पाकिस्तान में चीन के नागरिकों पर हमले नई बात नहीं है। पिछले साल ग्वादर के दासू प्रोजेक्ट पर जा रहे चीनी इंजीनियरों की एक बस पर हमला हुआ था। इसमें 10 चीनी इंजीनियर मारे गए थे। पेशावर में पिछले ही साल कई चीनी नागरिकों पर हमले हुए थे। इनमें से एक तो डॉक्टर कपल था। हमले में इस कपल के साथ ही उनके पैरेंट्स भी मारे गए थे।
जापान के अखबार ‘निक्केई एशिया’ ने पाकिस्तान में मौजूद चीनी नागरिकों और उनके कारोबार पर खतरे को लेकर एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन की है। इसकी रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के तमाम आतंकी संगठन चीनी नागरिकों और उनके कारोबार या कंपनियों को ही निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं। इसकी वजह यह है कि बीते 5 साल में यहां उनकी ताकत और रसूख बहुत तेजी से बढ़ा है। कई जगहों पर तो वो स्थानीय लोगों से भी ज्यादा ताकतवर हैं। आतंकी संगठनों को लगता है कि चीनी नागरिकों के वजह से उनकी कम्युनिटी या इलाकों को नुकसान हो रहा है और वो उनके कारोबार छीन रहे हैं। शुरुआती तौर पर कराची और लाहौर जैसे इलाकों में चीनी नागरिकों के कारोबार और ऑफिसों पर हमले हुए। इसके बाद उनकी कंपनियों को टारगेट किया गया।