सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने रविवार को कहा कि सरकार और सीरियाई संवैधानिक समिति के विपक्षी सह-अध्यक्ष एक नए संविधान का मसौदा तैयार करने पर सहमत हुए हैं. बता दें कि मसौदा समिति, जिसमें सीरिया की सरकार, विपक्ष और नागरिक समाज के 45 प्रतिनिधि शामिल हैं, के पास एक नया बुनियादी कानून तैयार करने का जनादेश है, जो संयुक्त राष्ट्र की निगरानी वाले चुनावों के लिए महत्वपूर्ण है.
विशेष दूत गीर पेडरसन ने कहा कि उनके सीरियाई सह-अध्यक्ष, जिनसे वह हफ्ते भर की बातचीत से पहले पहली बार एक साथ मिले थे, "संवैधानिक सुधार का मसौदा तैयार करने और शुरू करने" के लिए सहमत हुए हैं.
गीर ने जिनेवा में संवाददाताओं से विस्तार में जवाब ना देते हुए कहा है, "बातचीत, दो साल में छठा दौर और मसौदा समिति के लिए जनवरी के बाद पहली बार, "स्पष्ट सिद्धांतों" पर एक महत्वपूर्ण चर्चा है."
सीरियाई संवैधानिक समिति के सह-अध्यक्ष हादी अल-बहरा ने कहा कि उनका विपक्षी प्रतिनिधिमंडल सभी सीरियाई नागरिकों के लिए समान अधिकारों सहित सुधारों की मांग कर रहा था. उन्होंने रविवार रात एक अलग न्यूज ब्रीफिंग में कहा, "चूंकि हमारे पास मौजूदा संविधान में सत्ता का बंटवारा नहीं है, इसने एक असंतुलन पैदा कर दिया जिसका गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है." उन्होंने आगे यह भी कहा, हर एक पक्ष राष्ट्र की स्वयं अपना शासन चलाने की शक्ति और कानून के शासन सहित मुद्दों पर प्रस्तावित बातों को आगे रखेगा.
हालांकि, वार्ता में सीरियाई सरकार के प्रतिनिधियों ने मीडिया से बात नहीं की है. सीरिया का दशक पुराना युद्ध राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन के खिलाफ विद्रोह से शुरू हुआ था.
सहयोगी रूस के समर्थन के बाद, असद ने ज्यादातर सीरिया के हिस्सों को फिर से पा लिया है, लेकिन महत्वपूर्ण क्षेत्र उसके नियंत्रण से अभी भी बाहर हैं, जैसे तुर्की सेना उत्तर और उत्तर-पश्चिम के अधिकांश हिस्सों में तैनात है और अमेरिकी सेना कुर्द-नियंत्रित पूर्व और उत्तर-पूर्व में तैनात है.
जनवरी में नार्वे के एक अनुभवी राजनयिक, पेडरसन ने कहा कि असद के प्रतिनिधियों ने सीरियाई विपक्ष के प्रस्तावों के साथ-साथ संवैधानिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए दूत के अपने विचारों को खारिज कर दिया था. उन्होंने रविवार को कहा, "तब से... मैं इस पर आम सहमति बनाने की कोशिश कर रहा हूं कि हम कैसे आगे बढ़ेंगे. और मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हम इस तरह की सहमति पर पहुंच गए हैं.