मुंबई, 26 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तालिबान ने छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जाने पर बैन लगा दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने छात्राओं को काबुल से कजाकिस्तान और कतर जैसे देशों में हायर एजुकेशन के लिए जाने से मना किया है। सिर्फ छात्रों को ही काबुल से बाहर जाने की इजाजत दी गई है। अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्ज़ा करने के बाद तालिबान ने कहा था की हम 1996 के शासन की तरह इस बार महिलाओं के अधिकारों के साथ किसी कोई खिलवाड़ नहीं करेंगे। वे इस्लाम के दायरे में रहकर महिलाओं की शिक्षा और रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। लेकिन हर दिन तालिबान महिला अधिकारों को सीमित कर रहा है। चाहे वो स्कूल बंद करना हो, सरकारी दफ्तर के दरवाजे महिलाओं के लिए बंद करना हो। तालिबान अपने पुराने रूप में वापसी कर रहा है।
आपको बता दे अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद सबसे पहले तालिबान ने एजुकेशन सिस्टम में बदलाव करने शुरू किए। तालिबानी हुकूमत ने लड़कियों के लिए हाई स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए थे। महिलाओं के विरोध के बाद क्लास 6 तक स्कूल खोले गए। हाल ही में अफगानिस्तान के होम मिनिस्टर और तालिबान के को-डिप्टी लीडर सिराजुद्दीन हक्कानी ने हाई स्कूल खोलने का वादा किया था। लेकिन अब हायर एजुकेशन के खिलाफ नया फरमान जारी कर दिया गया है।