मुंबई, 3 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यूरोप यात्रा के दूसरे दिन डेनमार्क पहुंचे। बर्लिन से निकलने से पहले PM मोदी ने भारतीय समुदाय से मुलाकात की। उन्होंने न सिर्फ लोगों को ऑटोग्राफ दिए, बल्कि हाथ जोड़कर उनके प्रति आभार भी व्यक्त किया। जाते-जाते लोगों ने उन्हें कहा वी लव यू सर। कोपेनहेगन एयरपोर्ट पर PM मेटे फ्रेडरिकसन ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी पीएम फ्रेडरिकसन के आवास पहुंचे। PM मोदी ने प्रधानमंत्री फ्रेडरिकसन के साथ ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप और द्विपक्षीय संबंध जैसे मुद्दों पर डेलिगेशन लेवल की मीटिंग की। इस बैठक में दोनों देशों के ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप में हुए विकास का रिव्यू किया। दोनों नेताओं ने स्किल डेवलपमेंट, क्लाइमेट, रिनुएबल एनर्जी, आर्कटिक, P2P संबंध जैसे मुद्दों पर बातचीत की। इसके बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन जंग को रोके जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि डेनिश पीएम के साथ बैठक में उन्होंने इस युद्ध के मसले पर भी चर्चा की और दोनों देशों का यही मानना है कि रूस और यूक्रेन को बातचीत और कूटनीति के जरिए समस्या का समाधान करना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते रोज जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से मिले। इसके बाद दोनों नेता डेलिगेशन लेवल मीटिंग में शामिल हुए। इसमें भारत-जर्मनी के बीच ग्रीन एनर्जी पर अहम समझौता हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और जर्मनी मिलकर ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स का गठन करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक दोनों देशों के बीच सतत विकास को लेकर एग्रीमेंट हुआ है, जिसके तहत भारत को साल 2030 तक क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए 10.5 अरब डॉलर की आर्थिक मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रेस रिलीज जारी कर PM मोदी के डेनमार्क दौरे के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। पीएम मोदी भारत-डेनमार्क राउंडटेबल मीटिंग में हिस्सा लेंगे और डेनमार्क में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के साथ मीटिंग के अलावा PM मोदी दूसरे इंडो-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। इस शिखर सम्मेलन में डेनमार्क के अलावा फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे और स्वीडन शामिल हैं। इस इंडो-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन, इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, रिन्यूएबल एनर्जी और आर्कटिक क्षेत्र में भारत-नॉर्डिक सहयोग जैसे विषयों पर फोकस किया जाएगा। इसके अलावा PM मोदी फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे और स्वीडन के स्टेटहेड से भी मुलाकात करेंगे। नॉर्डिक देश भारत के लिए सस्टेनेबिलिटी, रिन्यूएबल एनर्जी, डिजिटलीकरण और इनोवेशन में महत्वपूर्ण भागीदार हैं। PM मोदी डेनमार्क की 3 और 4 मई की विजिट के बाद लौटते वक्त फ्रांस भी जाएंगे। यहां पर वो पेरिस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को दोबारा जीत की बधाई देंगे।
बड़े अपडेट -
- डेनमार्क में इंडो-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में लेंगे भाग
- समिट में आर्थिक सुधार और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर फोकस
- PM मोदी ने भारतीय समुदाय से मुलाकात की।
- जाते-जाते लोगों ने उन्हें कहा- वी लव यू सर
- लोगों को दिए ऑटोग्राफ
- भारत-जर्मनी के बीच ग्रीन एनर्जी पर अहम समझौता
- सतत विकास को लेकर हुआ एग्रीमेंट, जिसके तहत मिलेगी 10.5 अरब डॉलर की आर्थिक मदद
- भारत और जर्मनी मिलकर करेंगे ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स का गठन