Britain, 19 May, 2021 | कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले शुरुआत में जहां भारत में कोरोना का ब्रिटेन वैरिएंट से दहशत फैला वहीँ अब कोरोना का भारतीय वैरिएंट बी. 1. 617-2 ब्रिटेन में भारी तबाही मचा सकता है। ब्रिटेन में इस वैरिएंट की संक्रामकता को लेकर जो मॉडलिंग की गई है, उससे पता चलता है कि यह यूके वेरिएंट बी. 1.1. 7 से 40-50 फीसदी ज्यादा संक्रामक हो सकता है। आशंका है कि इससे ब्रिटेन में इस साल जनवरी से भी कहीं ज्यादा बेकाबू हालात पैदा हो सकते हैं।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, भारतीय प्रकार के इस बदले स्वरूप को कई नजरिये से घातक माना जा रहा है। यह यूके वैरिएंट से ज्यादा संक्रामक है। यूके वैरिएंट कोविड-19 के पूर्व में फैले प्रकार से 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक पाया गया था। अब इंडियन डबल म्यूटेशन वैरिएंट को यूके वैरिएंट से 40-50 गुना और ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है, हालांकि इस पर अभी भी अध्ययन जारी हैं। इस प्रकार पिछले साल फैले कोरोना वायरस की तुलना में नया प्रकार 110-120 गुना तक ज्यादा संक्रामक है।
यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट एंड्रयूज के स्कूल ऑफ माइक्रोबॉयोलाजी एंड न्यूरोसाइंसेज के शोधकर्ता स्टीफेन रेशर ने लिखा है कि चिंता सिर्फ इस वैरिएंट के संक्रामक होने को लेकर नहीं है। बल्कि पूर्ण टीकाकरण करा चुके लोगों को भी संक्रमित कर रहा है। इससे संक्रमित लोगों में बीमारी गंभीर रूप धारण कर रही है तथा अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हो सकता है।