मुंबई, 27 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मौजूद फॉरेन मिनिस्ट्री के बाहर सोमवार को बड़ा धमाका हुआ। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई। 9 लोग घायल बताए गए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह एक फिदायीन हमला था। काबुल एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, इस बात की जांच की जा रही है कि यह धमाका कैसे हुआ। अगर यह फिदायीन हमला था तो हमलावर हाई सिक्योरिटी जोन तक कैसे पहुंचा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिदायीन हमलावर की कोशिश मिनिस्ट्री के अंदर पहुंचने की थी। वो उस जगह पहुंचना चाहता था जहां अफसर बैठते हैं। हालांकि, जब वो इस कोशिश में नाकाम हो गया तो उसने पहले ही खुद को उड़ा लिया। यह जगह गेस्ट के लिए होती है। हमले में 2 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई। बाकी 4 घायलों ने अस्पताल में दम तोड़ा। 8 लोग घायल बताए गए हैं। इनको हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। सभी घायलों को इटली के एक एनजीओ के अस्पताल लाया गया है।
न्यूज एजेंसी ‘रॉयटर्स’ के मुताबिक, ब्लास्ट ने तालिबान हुकूमत के उन दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसमें वो लगातार ये कहती रही है कि काबुल में किसी तरह के हमले का डर नहीं है। शायद यही वजह है कि तालिबान ने अब तक इस हमले पर ऑफिशियली कुछ नहीं कहा है। जनवरी में भी काबुल के इसी हिस्से में हमला किया गया था। तब आईएस ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। दो दिन बाद तालिबान ने एक बयान में कहा था कि उसने हमले की साजिश रचने वाले आईएस के दो आतंकियों को मार गिराया है। वहीं, घटना के बाद पूरे इलाके को घेर लिया गया। तालिबान हुकूमत ने एक अहम मीटिंग की और इस इलाके के सिक्योरिटी इंतजामों पर काफी देर तक विचार किया।