China, 20 May, 2021 | देश के पूर्वोत्तर हिस्से में चीन का खतरा बढ़ सकता है क्योंकि चीन ने तिब्बत के दक्षिणपूर्वी हिस्से के सुदूर इलाकों में हाइवे का निर्माण पूरा कर लिया है, जो कि अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास है और भारत की सुरक्षा के लिए चुनौती बन सकता है।गलवान घाटी में बीते साल हुई हिंसक झड़प के बाद अपनी सेना पीछे हटाने का दावा करने वाले चीन ने अब अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास हलचल तेज कर दी है।
दरअसल, इस हाइवे में 2 किलोमीटर लंबी सुरंग भी शामिल है। यह हाइवे दुनिया की सबसे गहरे दर्रे यारलुंग जांग्बो ग्रैंड दर्रे से कटता है और संभवतः यह बाइबंग काउंटी में जाकर खत्म होता है, जो कि अरुणाचल प्रदेश के बिशिंग गांव की सीमा के पास है। बिशिंग गांव अरुणाचल प्रदेश के गेलिंग सर्कल में आता है, जो मैकमोहन सीमा को छूता है।
आपको बता दें कि मैकमोहन लाइन चीन और भारत के बीच वास्तविक सीमा चिह्नित करती है। दरअसल चीन अरुणाचलप्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं मानता। साथ ही दावा करता है कि यह साऊथ तिब्बत में आता है।