चीन और पाकिस्तान के बीच संबंध आज कल ठीक नहीं है. दरअसल, चीन ने दासू डैम प्रोजेक्ट पर हुए हादसे में मारे गए अपने इंजीनियरों के लिए पाकिस्तान से 38 मिलियन अमरीकी डालर के भारी भरकम मुआवजे की मांग की है. यह कहना गलत नहीं होगा कि पहले से ही आर्थिक मोर्चे पर मुसीबतों का सामना कर रहे पाकिस्तान के लिए उसके 'सदाबहार दोस्त' चीन की तरफ से एक बहुत बड़ा झटका है.
14 जुलाई, 2021 को, नौ चीनी इंजीनियरों, दो स्थानीय लोगों और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (FC) के दो कर्मियों सहित तेरह लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक अन्य लोग घायल हो गए, जब परियोजना पर काम कर रही टीम को ले जा रही एक बस की विस्फोटकों से लदी कार से टक्कर होने के कारण खाई में गिर गई.
बिजनेस रिकॉर्डर की रिपोर्ट मुताबिक जल संसाधन सचिव शाहजेब खान बंगश के मुताबिक जुलाई में चीनी इंजिनियरों पर हमले के बाद से प्रोजेक्ट में सिविल काम ठप है. रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी नागरिकों को मुआवजा के मसले पर हाई लेवल पर बातचीत हो रही है.
विदेश मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, गृह मंत्रालय और जल संसाधन मंत्रालय और चीनी दूतावास मुआवाजे के पैकेज के साथ-साथ प्रोजेक्ट पर फिर से काम करने को लेकर बातचीत कर रहे हैं. अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि संबंधित मंत्रालयों ने मामले को लेकर एक कमिटी का गठन किया था जिसने दासू प्रोजेक्ट से जुड़े मुआवजे को लेकर विचार-विमर्श किया है. कमिटी ने एक उप कमिटी का गठन किया है जिसमें सभी मंत्रालय के सीनियर अधिकारी शामिल हैं जो चीनी दूतावास से मुआवाजे पैकेज को लेकर बातचीत करेंगे. जल संसाधन सचिव को उम्मीद है कि मसले को एक-दो हफ्ते में सुलझा लिया जाएगा और जल्द ही साइट पर फिर से सिविल वर्क शुरू हो सकेगा.