मुंबई, 14 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ईरान में बीते महीने शुरू हुआ हिजाब विरोधी प्रदर्शन अब भी जारी है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि पहली बार विरोध प्रदर्शन में शामिल एक शख्स को फांसी की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा 5 लोगों को 10 साल की सजा सुनाई गई है। तेहरान कोर्ट ने जिस शख्स को सजा देने का फैसला किया गया है उस पर सरकारी इमारतों में आग लगाने, दंगे भड़काने और राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ साजिश करने के आरोप हैं। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सजा पाने वाले सभी लोग कोर्ट को चुनौती दे सकते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, रविवार को प्रदर्शन में शामिल तीन प्रांतों के 750 से ज्यादा लोगों पर आरोप लगाए गए हैं। इससे पहले सितंबर में प्रदर्शन शुरू होने के बाद से राजधानी तेहरान में 2,000 से ज्यादा लोगों को आरोपित किया जा चुका है।
वहीं दक्षिणी प्रांत होर्मोज़गन के ज्यूडिशियल चीफ मोजतबा घरेमानी ने बताया कि 164 लोगों पर हाल के दंगों के बाद आरोप लगाया गया था। उन पर हत्या के लिए उकसाने, सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने, शासन के खिलाफ प्रचार और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे कई आरोप थे। कुर्द आबादी वाले शहरों में पुलिस ने 250 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया। सुरक्षाबल प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे। घरों पर छापेमारी की जा रही थी। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड भी ऑपरेशन में शामिल हैं। एक कुर्द कार्यकर्ता ने बताया था कि सुरक्षा बल कुर्दों के लिए काम करने वाले लोगों को निशाना बना रहे हैं। इसके बावजूद वहां के लोगों का कहना था कि जब तक महसा को इंसाफ नहीं मिलता, प्रदर्शन जारी रहेंगे। इसके बाद प्रदर्शन की स्थिति और ज्यादा भयानक हो गई, यहां तक की दंगे भी भड़क गए।