ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोमिला के पुलिस अधीक्षक (एसपी), फारुक अहमद ने बताया है कि कोमिला और अन्य स्थानों में हाल की हिंसा को भड़काने में बांग्लादेश पुलिस द्वारा एक प्रमुख संदिग्ध के रूप में इकबाल हुसैन की पहचान किए जाने के कुछ घंटों बाद, उसे कॉक्स बाजार से गिरफ्तार किया गया है.
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हुसैन, जिस पर पहले इस्लामिक पवित्र पुस्तक कुरान को दुर्गा पूजा स्थल पर रखने का आरोप लगाया गया था, को कॉक्स बाजार के शुगंधा समुद्र तट क्षेत्र से करीब 10:10 बजे हिरासत में लिया गया.
बांग्लादेशी अखबार ने कॉक्स बाजार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोहम्मद रफीकुल इस्लाम का भी हवाला देते हुए बताया है कि गिरफ्तारी के बाद हुसैन को "तुरंत" कोमिला भेजा गया है.
कोमिला के सुहानगर इलाके के रहने वाले 35 वर्षीय हुसैन ने कथित तौर पर 13 अक्टूबर को दुर्गा पूजा पंडालों में से एक में पवित्र कुरान रखा था, जिसकी वजह से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि, पुलिस ने दुर्गा पूजा स्थलों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से घंटों के वीडियो फुटेज का विश्लेषण करने के बाद आरोपी की पहचान हुसैन के रूप में की थी.
फुटेज में हुसैन को एक स्थानीय मस्जिद से कुरान लेते और दुर्गा पूजा स्थल में प्रवेश करते देखा जा सकता है. बाद में उसे भगवान हनुमान की एक मूर्ति लिए हुए क्लब के साथ चलकर बाहर निकलते हुए देखा गया.
एक दुर्गा पूजा पंडाल में रखे कुरान को दिखाने वाला एक पोस्ट सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद बांग्लादेश में पिछले बुधवार से हिंदू मंदिरों पर हमले तेज हो गए हैं. रविवार की देर रात, भीड़ ने 66 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया और हिंदुओं के कम से कम 20 घरों में आग लगा दी.
पुलिस ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में अब तक 450 से अधिक संदिग्ध मंदिर हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है. उनमें से चालीस को कोमिला घटना के लिए गिरफ्तार किया गया है, जिसमे से चार हुसैन के सहयोगी हैं. ऐसे में अब, हुसैन की गिरफ़्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
आपको बता दें कि मुस्लिम-बहुल बांग्लादेश की 16.9 करोड़ आबादी में हिंदुओं की संख्या करीब 10 फीसदी है|