ग्वालियर। सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर द्वारा आज 16 दिसंबर 2021 को न्यू ऑडिटोरियम में 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान शहीद हुए अमर वीरों को श्रद्धांजलि देकर विजय दिवस पर खुला मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल अशोक सिंह (सेवानिवृत्त) PVSM, AVSM, SM, VSM व श्री पी.वी. रामा शास्त्री भा.पु.से. अपर महानिदेशक निदेशक सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर व श्री जितेंद्र सिंह ओबरॉय वरिष्ठ सेवा मंडल महा निरीक्षक व संयुक्त निदेशक ने मंच पर शिरकत की।
सर्वप्रथम उपस्थित अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर तत्पश्चात नागरिक परिषद के गणमान्य सदस्यों द्वारा सीमा सुरक्षा बल के 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए योद्धाओं को पुष्पांजलि अर्पित की गई। सीमा सुरक्षा बल अकादमी प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाता है। इस दिन स्व. श्री आरके वाधवा सहायक कमांडेंट सीमा सुरक्षा बल के महावीर चक्र विजेता योद्धा तथा सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों व अन्य कर्मियों के सर्वोच्च बलिदान व अमूल्य योगदान को स्मरण किया जाता है। जिन्होंने सन् 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में अहम भूमिका निभाकर बांग्लादेश को आजाद कराया। भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की वर्षगांठ पर अकादमी परिवार की ओर से खुला मंच का आयोजन हुआ।
श्री पी बी रामा शास्त्री भा पु से अपर महानिदेशक निदेशक सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर ने सभी आमंत्रित सदस्यों एवं सीमा सुरक्षा बल परिवार के सदस्यों का स्वागत किया एवं 1971 के भारत-पाक युद्ध के अमर शहीदों को नमन किया उन्होंने कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने रक्त से अभिषेक कर सीमा परियों की वीर गाथा को सदैव जागृत रखने का आवाहन किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अशोक सिंह (सेवानिवृत्त) PVSM, AVSM, SM, VSM ने पाक युद्ध एवं इसमें बीएसएफ की भूमिका तथा उसके परिणाम स्वरूप बांग्लादेश के उदय का व्याख्यान किया। उन्होंने अपने ओजस्वी एवं ऊर्जा से परिपूर्ण भाषण में अमर शहीदों को याद किया और सीमा सुरक्षा अकादमी के योगदान की भूरी भूरी प्रशंसा की। उन्होंने इस बात को भावुक होकर सराहा कि नागरिकों द्वारा सैनिकों के सम्मान की रीति को जिस प्रकार निरंतर हर वर्ष मनाया जाता है। वह राष्ट्र की सुरक्षा में खड़े सिपाही के हौसले को बुलंद करती है तथा साथ ही सिपाही पर भी जिम्मेदारी देती है कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार के बलिदान से पीछे ना हटे।
कार्यक्रम के दौरान श्री जितेंद्र सिंह ओबेरॉय वरिष्ठ सेवा मंडल महा निरीक्षक व संयुक्त निदेशक सीमा सुरक्षा बल अकादमी ने उन बहादुर वीर शहीदों जिन्होंने 1971 की लड़ाई में अपने सर्वोच्च बलिदान से बल को गौरवान्वित किया। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सीमा सुरक्षा बल के महत्वपूर्ण योगदान को याद किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी मान्यवरों का इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नागरिक परिषद द्वारा इस प्रकार के वार्षिक कार्यक्रम है मैं राष्ट्र के सुरक्षा में निरंतर योगदान के लिए सदैव प्रेरित करते हैं।