ग्वालियर। स्वदेशी जागरण मंच की 15वीं राष्ट्रीय सभा द्वितीय दिन आज एल एन आयी पी ई सभागार में शंखनाद सभा का आयोजन किया गया। मंच के प्रांत संयोजकश्रीकांत बुधोलिया ने बताया इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री श्रीधर बैंबू CEO जो हो कॉरपोरेशन उपस्थित रहे।साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद विवेक नारायण ,भिंड सांसद श्रीमति संध्या राय एवं स्वदेशी के राष्ट्रीय पदाधिकारी मंचासीन रहे। इस अवसर पर मुख्यातिथि श्री श्रीधर बैंबू जी भारत के युवाओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा को डिग्री आधारित ना करके गुणवत्ता और अनुभव पर ग्रहण करें।जिससे कि भारत को आत्मनिर्भर और रोजगार परक बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत में विकसित योग्यता आज विदेशों में चली गई है ,जो कि एक बड़ी समस्या है ।ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा एवं रोजगार की अपार संभावनाएं हैं ।युवा शक्ति को तकनीकी ज्ञान से सुसज्जित कर राष्ट्र निर्माण में प्रयोग करने की आवश्यकता है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वदेशी का पौधा आज वट वृक्ष बन गया है। वर्तमान में आज स्वदेशी उत्पादों से बाजार भरा है। उद्योगों को गति देने एवं नए रोजगार के सृजन हेतु भारत सरकार द्वारा मेक इन इंडिया के तहत एमएसएमई जैसी योजनाएं बनाकर रोजगार रोजगार हेतु युवाओं को अनेक विकल्प उपलब्ध करवा रही है। भारत सरकार रोजगार सृजन हेतु प्रतिबद्धता के साथ राज्यों के साथ मिलकर कार्य कर रही है।
मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए अखिल भारतीय सह संयोजक अरुण ओझा ने सोने की चिड़िया से लेकर अंग्रेजों की गुलामी तक के भारत के इतिहास की विभिन्न घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि 1991 में नई आर्थिक नीति की घोषणा के बाद भारत के स्वदेशी उद्योग लगातार बंद होते गए ।और उनके स्थान पर बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने शोषण की नीति के द्वारा बाजार पर कब्जा कर लिया। उन्होंने अनेक भारतीय उद्योगपतियों के उद्योगों का जिक्र करते हुए कहा कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सामने भारतीय उद्योग नहीं टिक पाए और अंततः उद्योगों को बंद करना पड़ा।परिणाम स्वरूप भारतीय अर्थव्यवस्था गिरती गई और रोजगार की समस्या भारत में लगातार पैर पसार थी रही। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि ऐसी सभी समस्याओं का समाधान स्वदेशी का मार्ग ही है।
स्वदेशी के तीन मंत्र देते हुए उन्होंने आह्वान किया कि अधिकतम लोगों द्वारा अधिकतम उत्पादन हो उत्पादन, सामान वितरण हो और उपभोग पर संयम के साथ ही समस्याओं का समाधान किया जा सकता है स्वदेशी का दर्शन ही वर्तमान में दुनिया की त्रासदी को मुक्त कर सकता है।
इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक जितेंद्र गुप्ता ने अपने उद्बोधन में बताया कि भारत के युवाओं में ऊर्जा का संचार कर ही भारत को 10 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनाया जा सकता
दिल्ली प्रांत की महिला प्रमुख सुनीता दया ने अपने उद्बोधन में नारी शक्ति और भारतीय संस्कृति में नारियों के सम्मान और प्रभाव पर प्रकाश डाला। एवं नारी शक्ति से स्वदेशी एवं स्वदेश को मज़बूत करने का आह्वान किया।
आज दोपहर दो बजे स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने एक विशाल रैली स्वदेशी संदेश यात्राका आयोजन किया। यह रैली फूल बाग़ चौराहे से प्रारंभ होकर एलन आयी पी सभागार पर समाप्त हुई ।स्वदेशी कार्यकर्ताओं ने ग्वालियर के प्रमुख बाजारों में स्वदेशी विचार के प्रचार प्रसार हेतु जन जागरण कर रैली निकाली जिसमें विभिन्न प्रांत से पधारे स्वदेशी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने प्रांतों की वेशभूषा के साथ रैली में भाग लिया। एवं ग्वालियर शहर के सैकड़ों स्वदेशी कार्यकर्ता भी रैली में सम्मिलित हुए। इस संदेश यात्रा का अनेकों जगह भव्य स्वागत हुआ है। और और लोगों से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने और स्वदेशी स्वालंबन के नारे लगाकर जन जागरण किया।
इस यात्रा के प्रभारी साकेत राठौर नए बताया कि इस यात्रा केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद श्रीमती संध्या राय, मोहन सिंह राठौर, राघवेन्द्र शर्मा, लोकेन्द्र सिंह, प्रतिभा चतुर्वेदी, हिमांशु छापरिया,एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संजय गोयल द्वारा एवं अतिथियों का स्वागत साकेत सिंह राठौड़ द्वारा किया गया।