ग्वालियर। ग्वालियर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सुर साधक संगम का घोष कार्यक्रम कराने जा रहा है। मध्य भारत प्रांत के इस कार्यक्रम की शुरुआत आज 25 नवंबर से हो गई है। यह कार्यक्रम 28 तारीख तक चलेगा। संगीत के इस कार्यक्रम में सरसंघचालक मोहन भागवत भी शामिल हो रहे है।
मध्य भारत प्रांत के ऐतिहासिक शहर ग्वालियर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सुर साधक संगम का एक अद्भुत कार्यक्रम कराने जा रहा है। घोष कार्यक्रम में ऐसे कलाकारों का चयन किया गया है जो संगीत की पांच रचनाओं के जानकार हों। पिछले 1 महीने से 31 जिलों में संगीत के इन विद्वानों की चयन प्रक्रिया चली और उसके बाद 500 घोष वादक ओं का चयन किया गया। पांच रचनाएं ध्वजारोपणम, भूप, मीरा, शिवरंजनी और तिलंग के जानकार शामिल किए गए। चयन प्रक्रिया में कुल 1087 घोष वादकों ने भाग लिया। जिनमें से मापदंड व प्रदर्शन के आधार पर 500 घोष वादकों का चयन किया गया। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन में घोष की इतिहास यात्रा का LED के माध्यम से डिजिटल प्रदर्शन किया जाएगा।
इस आयोजन के लिए ग्वालियर के सरस्वती शिशु मंदिर केदारधाम को भव्य रूप में सजाया जा रहा है। तीसरे और चौथे दिन इन पांच रचनाओं के अलावा नई रचनाएं भी सिखाई जाएंगी। कार्यक्रम में बौद्धिक विषयों से संबंधित बैठक में भी चलेगी और अंतिम दिन 28 तारीख को स्वर्ग साधक संगम की इन पांच रचनाओं का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में मध्य भारत प्रांत के अलावा क्षेत्र के अधिकारी भी शामिल होंगे संगीत के वाद्य यंत्रों की एक भव्य प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी जिसे आम लोग देख सकेंगे।