ग्वालियर। ग्वालियर में आज संभागीय आयुक्त कार्यालय पर संयुक्त किसान मोर्चा ने घेराव कर प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन को 1 साल पूरा होने के साथ ही 3 कृषि कानून संसद में खत्म करने पर एमएसपी की गारंटी देने और बिजली कानून 2020 को वापस लेने की मांग की। इस मौके पर सभी फूलबाग पर 1:30 बजे इकट्ठा हुए और फूलबाग चौराहे से रैली के रूप में कमिश्नर कार्यालय तक पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान किसान और मजदूरों ने अपनी मांगों का ज्ञापन असिस्टेंट कमिश्नर को सौंप दिया।
हम आपको बता दें, आज से कुछ दिवस पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानून को वापस ले लिया गया। किसानों से आग्रह किया गया कि अब वह अपना आंदोलन समाप्त करें। किंतु संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानून वापस लेने के साथ किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए आज ग्वालियर में फूलबाग पर प्रदर्शन किया। साथ ही यह भी जानकारी दी की, इस तरह का विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को पूरे देश में किया गया। इस दौरान बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसान जुटें है, और इन सभी मांगों के प्रति अपना समर्थन जता रहे है।
इस मौके पर माकपा नेता रामविलास ने कहा की, आज से एक वर्ष पूर्व किसानों एवं मजदूरों द्वारा 26 और 27 नवंबर को कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन किया गया था। जिसमें किसान रामलीला मैदान में कृषि कानून के विरोध में निकले थे तब शासन प्रशासन ने दिल्ली बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस का उपयोग किया था, सड़कें खोद दी थी और पानी की बौछारें मारी थी। तो किसान वहां बैठ गया था। प्रधानमंत्री ने कृषि कानून वापस ले लिए यह बात तो सही है लेकिन मांग क्या थी। मांग यह थी की कृषि कानून वापस लो एमएसपी पर कानून बनाओ और बिजली कानून 2020 वापस लो।