ग्वालियर। डेंगू के बढ़ते मरीजों की रोकथाम के लिए ग्वालियर जेएच में आज रविवार को स्वच्छता अभियान चलाया गया। यह अभियान एनजीओ (वी केयर बाय सोशल एंड मेडिकल सर्विसेज) द्वारा किया गया। जिसमें JAH के विभिन्न हिस्सों में फैल रही गंदगी की सफाई की गई और लोगों को मास्क लगाने और गंदगी ना करने की समझाइश भी दी गई।
एनजीओ वी केयर बाय सोशल एंड मेडिकल सर्विसेज के कार्यकर्ताओं ने आज अस्पताल के हर विभाग की स्वच्छता पर ध्यान दिया। जिसमें कमला राजा अस्पताल, माधव डिस्पेंसरी, कार्डियोलॉजी विभाग, आईसीयू वार्ड देखा लेकिन मुझे कहीं भी सही मायने में स्वच्छता नहीं दिखी।
अस्पताल अधीक्षक आर के एस धाकड़ ने कहा, जीवन में स्वच्छता ही सब कुछ है। मनुष्य में सोचने समझने की शक्ति भगवान ने दी है। स्वच्छता हर किसी की जिम्मेदारी है, और हर किसी को करनी चाहिए। किसी और के कंधे पर डालकर आप बच नहीं सकते। मैं उस तरह के लोग जो खुद तो स्वच्छ रहते ही हैं और समाज को भी स्वच्छ बनाने का काम करते हैं मैं उनको शिक्षक मानता हूं। हमारे प्रधानमंत्री जी ने भी जब देश के प्रधानमंत्री बने उन्होंने सबसे पहले स्वच्छता को एक मिशन के तौर पर लिया। जब हमारे देश का प्रधान स्वच्छता को प्राथमिकता के तौर पर ले रहा है तो यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनका सहयोग करें।
हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर डॉ अनिल मेवाफरोश ने लोगों को संदेश दिया की खुद भी स्वच्छ रहें और जिस जगह आप इलाज लेते हैं, उसे भी स्वच्छ रखें। यह आपकी जिम्मेदारी है, और आपको इसका ध्यान रखना चाहिए। जेएएच में लोग को इलाज बेहतर मिलता है। सभी जिलों के अलावा आसपास के इलाकों से भी लोग यहां इलाज कराने आते हैं। जब इलाज अच्छा होगा तभी लोग भी ज्यादा आएंगे और जहां लोग ज्यादा आएंगे वहां गंदगी भी होगी। सफाई हमें रखना है क्योंकि कोई हम जैसा व्यक्ति ही साफ करता है, तो हम क्यों नहीं कर सकते, करनी चाहिए।
वी केयर फॉर सोशल एंड मेडिकल सर्विसेज के प्रेसिडेंट ने कहा की आज मैंने पूरा अस्पताल विजिट किया। विजिट करने के बाद मैंने जब देखा तो अस्पताल में स्वच्छता की स्थिति बहुत ही गंभीर है। जो स्थिति अस्पताल की नहीं होनी चाहिए। हॉस्पिटल में अपना जीवन दान देते है, जीवन लेते नहीं है। आज मैंने जो स्थिति देखी उसमें किसी भी विभाग का कोई योगदान नहीं है। अकेले अस्पताल अधीक्षक कुछ नहीं कर सकते हैं इसमें पीडब्ल्यूडी का बहुत बड़ा रोल है। पीडब्ल्यूडी मेनपावर उपलब्ध नहीं करा रही है। यहां पर किसी भी कर्मचारी या पेशेंट के अटेंडर मैं कोई जागरूकता नहीं है। कि कचरा कहां फैकना है। उसी कचरे के द्वारा बीमारियां फैल रही हैं, जिसकी वजह से डेंगू आज ग्वालियर में चरम सीमा पर पहुंच गया है। क्योंकि हमारे यहां तो सही मायने में सफाई नहीं है।
एनजीओ के ज्वाइंट सेक्रेट्री भास्कर शर्मा ने कहा की अस्पताल कर्मचारियों के पास स्वच्छता के कुछ सामान की व्यवस्था नहीं है। अस्पताल प्रबंधक के पास सही संसाधन नहीं है तो हमारी संस्था सही तरीके से ऑडिटिंग करने के बाद एक निर्णय लेगी फिर जितने भी संसाधन है उन्हें उपलब्ध कराएगी।