ग्वालियर। देश के प्रसिद्ध एक्युप्रेशर विशेषज्ञ एवं भारतीय एक्युप्रेशर संस्थान के निदेशक डॉ. अमरप्रताप सिंह चन्द्रवंशी ने आज एक्युप्रेशर प्रशिक्षण एवं चिकित्सा शिविर में रहस्योघाटन किया कि एक्युप्रेशर पूर्व ऋषि मुनियों की वह चिकित्सा पद्धति है, जिसके नियमित करने से कभी कोई बीमारी पास नहीं भटकेगी और होगी तो दूर हो जायेगी। डॉ. चन्द्रवंशी ने कहा कि एक्युप्रेशर में हाथ की उंगलियों से ही वह सारा शरीर का नियंत्रण सिखा देंगे। एक्युप्रेशर के द्वारा महिलाओं के गर्भधारण से लेकर नार्मल डिलेवरी व मासिक चक्र तक को नियमित किया जा सकता है।
आज गायत्री मंदिर परिसर गायत्री नगर तानसेन रोड ग्वालियर में आयोजित एक्युप्रेशर प्रशिक्षण एवं चिकित्सा शिविर के दूसरे दिन एक्युप्रेशर विशेषज्ञ डॉ. अमरप्रताप सिंह चन्द्रवंशी ने एक से बढकर एक एक्युप्रेशर के गूढ रहस्यों को सबके समक्ष रखा। उन्होने बताया कि महिलाओं में तमाम बीमारियों शरीर के विभिन्न भागों के तालमेल सही न होने से जन्म लेती है। एक्युप्रेशर विधि से इस तालमेल को व्यवस्थित कर बीमारियों को रोका जा सकता है।
डॉ. अमरप्रताप सिंह चन्द्रवंशी ने बताया कि, आधुनिक युग में बीमारियों के बढने का कारण प्रकृति के विपरीत आचरण करना है, हम तो आधुनिक युग मेंं विकसित हो गये , लेकिन परम्परागत सिद्धांतों को भूल गये। एक्युप्रेशर में आयुर्वेद के साथ मिलकर प्रत्येक रोग को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। इसमें जन्मजात बीमारी भी दूर की जा सकती है। उन्होंने आगे बताया कि, एक्युप्रेशर वह विधि है जिसमें परम्परागत का गुण है, जिसे एक्युप्रेशर के रूप में हमारे सामने हैं।
आज डॉ. चन्द्रवंशी ने सूर्य की उर्जा से भी जीवन चक्र के सिद्धातों की व्याख्या की, कि कैसे उंगलियों के विभिन्न चक्रों में पूरे शरीर की व्याख्या है। यदि हम नियमित दोनों हाथ की उंगलियों को अंगूठे सहित १०-१० कर विधिवत घुमाते है, तो सारे शरीर की बीमारी दूर हो जायेगी। इस मौके पर गायत्री परिवार के कमलेश गुप्ता, भी मौजूद रहे।