ग्वालियर। ग्वालियर के जिला अस्पताल मुरार और गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में 158 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की गई। इसमें 59 को डेंगू होने की पुष्टि हुई 52 मरीज ग्वालियर के हैं, जबकि 7 मरीज भिंड, मुरैना, इटावा के हैं। इनमें से 40 मरीज 18 साल से कम उम्र के यानी बच्चे हैं। जिसके बाद जिले में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या 1606 पहुंच गई है। इनमें से 5 डेंगू के मरीजों की मौत भी हो चुकी है। डेंगू में इस बार नई सिम्टम्स देखने को मिल रहे हैं। कई मरीजों में खून गाढ़ा होने की शिकायत मिल रही है।
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंकित गुप्ता ने बताया, कि डेंगू के केस में लोग अधिकतर मरीज के प्लेटलेट पर ध्यान देते हैं। डेंगू होने से मरीज के शरीर में पानी की कमी होने लगती है जिसके कारण खून गाढ़ा हो जाता है। खून गाढ़ा होने के कारण मरीज का ब्लड प्रेशर कम होने लगता है, और उसे घबराहट के साथ सिर में दर्द भी हो जाता है। डेंगू के मरीज में प्लेटलेट के साथ उसके हीमोग्लोबिन का भी ध्यान देना चाहिए। मरीज का पूरा ब्लड काउंट यानी सीबीसी की जांच कराएं और यह देखें कि प्लेटलेट और हीमोग्लोबिन गिल तो नहीं रहा। मरीज को पानी व अन्य तरल पदार्थ अधिक मात्रा में दे। बुखार आने पर मरीज की डेंगू की जांच अवश्य कराएं।