ग्वालियर। जिले के सभी महाविद्यालयों में अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्र, छात्राओं की छात्रवृति 2 वर्षो से अटकी पड़ी हुई है लेकिन न तो महाविद्यालय ध्यान दे रहा है और न ही जिले का प्रशासन ध्यान दे रहा है।
छात्रों का कहना है कि न ही वर्ष 2019-20 और 2020-21 कि छात्रवृत्ति और न ही आवास सहायता की राशि मिली। इसीलिए कॉलेज में फीस कहा से भरेंगे जब ये बात कॉलेज बालो को बोलते है तो वो बोलते है हमे कोई मतलब नही है तुम्हारी छात्रवृत्ति से हमे तो केवल हमारी फीस चाहिए।
छात्र बताते है कि कई बार सी एम हेल्पलाइन पर शिकायत करने के बावजूद भी हमारी कोई सुनवाई नही हो रही है
छात्रों की छूट रही है पढ़ाई
छात्र/छात्राओं का कहना है कि सरकारी कॉलेजों से लेकर प्राइवेट कॉलेजो में BA, MA, B.ED तक कि छात्रवृत्ति और आवास सहायता की राशि अभी तक नही मिली है जिस कारण उनका आगे का पढ़ना और शहर में निवास करना उनकी आर्थिक स्थिति से बाहर है। उनका कहना है कि उनकी समस्या न तो कोई सुनता है और न ही कोई सुनने को तैयार होता है।