ग्वालियर। ग्वालियर में फूड विभाग चलित लैब के जरिए मोर बाजार में भिंड और मुरैना से आने वाला मावा शुद्ध है या नहीं इसकी जांच करेगा। चलित लैब को सुबह 9 बजे से 12 बजे तक मोर बाजार में भेजा गया। यह सब इसलिए निर्धारित किया गया क्योंकि इसी समय पर भिंड मुरैना से लोडिंग गाड़ियां मावा की डलियां लेकर आती है। लोडिंग वाहनों द्वारा आने वाले मावा की सैंपल लेकर जांच की गई।
सोमवार को 22 सैंपल की जांच की गई थी। जांच में मावा के सभी सैंपल मानक के अनुरूप पाए गए। कुछ लोगों ने दूध के सैंपल की भी जांच कराई। जिसमें एक सैंपल अमानक स्तर पर पाया गया। उसमें पानी की मात्रा अधिक पाई गई। इसके बाद विभिन्न दुकानों में लाई गई मिठाइयों के सैंपल की भी जांच हुई, तो जांच में मानक अनुरूप निकली।
एसडीएम एवं जिला अभिहित अधिकारी संजीव खेमरिया ने बताया कि, आज चलित लैब मुरार क्षेत्र में जाएगी, और सैंपल की जांच करेगी। लेकिन मोर बाजार में हर रोज चलित लैब भेजकर यहां आने वाले मावे की जांच कराई जाएगी। साथ ही शहर के अन्य क्षेत्र जहां पर मावा आता हैं वहां भी चलित लैब को भेजकर जांच कराई जाएगी।
हम आपको बता दें, मोर बाजार में मारवा कारोबारी परेशान है कि त्योहार के समय जिला प्रशासन और फूड विभाग जांच के नाम पर ऐसा माहौल बना देते हैं, जिससे इस कारोबार पर बुरा असर पड़ता है। इस बार सभी कारोबारी चाहते हैं कि उनके यहां आने वाले मावे की हर रोज जांच करा ली जाए और एक चलित लैब वहां पर खड़ी कर दी जाए जिससे मौके पर ही फूड विभाग के साथ, आम खरीदारों को भी पता चल जाए कि यहां आए मावे में किसी तरह की कोई मिलावट है या नहीं। यदि मावा सही पाया जाए तो फिर उसे जगह-जगह रोककर सैंपल ना लिए जाएं। इस तरह की व्यवस्था पर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह भी सहमत है।