ग्वालियर। आज 21 नवंबर रविवार को सीमा सुरक्षा बल अकादमी ने अपना 56वां स्थापना दिवस बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया। इस अवसर पर श्री पीवी रामा शास्त्री भारतीय पुलिस सेवा अपर महानिदेशक, निदेशक, अकादमी सीमा सुरक्षा बल के मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि ने अजय पहरी शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र चढ़ाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात अकादमी टेकनपुर के क्वार्टर गार्ड प्रांगण में स्पेशल गार्ड द्वारा मुख्य अतिथि महोदय को सलामी दी गई। इस उपलक्ष में अकादमी के महादजी सिंधिया सभागार में एक सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें श्री शास्त्री द्वारा अकादमी के अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों एवं जवानों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी गई।
हम आपको बता दें कि, सीमा सुरक्षा बल अकादमी की स्थापना ट्रेनिंग सेंटर एंड स्कूल के नाम से 1 फरवरी 1966 को हुई थी, और 21 नवंबर 1966 को इसका नाम बदलकर सीमा सुरक्षा बल अकादमी रख दिया गया था। ब्रिगेडियर बी.सी. पांडे पद्मश्री अकादमी के प्रथम अकादमी प्रमुख थे। सीमा सुरक्षा बल के संस्थापक एवं प्रथम महानिदेशक श्री के.एफ. रुस्तम जी, आई पी (इंडियन पुलिस कैडर) के प्रयासों से भारत सरकार से यह क्षेत्र सीमा सुरक्षा बल को प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने के लिए चुन लिया गया था। शुरुआत में 25 बटालियन ओ की जनशक्ति वाले इस बल के अधिकारियों और उप निरीक्षकों को बुनियादी एवं इन सर्विस कोर्स के प्रशिक्षण हेतु इसकी स्थापना की गई थी।
इस प्रशिक्षण संस्थान में सीमा सुरक्षा बल के कार्मिकों एवं अन्य केंद्रीय पुलिस संगठनों के कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। सीमा सुरक्षा बल अकादमी की अभिकल्पना सीमाओं की सुरक्षा प्रबंधन नक्सलवाद/ आतंकवाद विरोधी कार्यवाहीयों तथा मानव संसाधन विकास में सर्वोत्तम प्रशिक्षण संस्था बनाना है। अकादमी का उद्देश्य आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए, युद्ध एवं शांति दोनों ही परिस्थितियों में एक अच्छे लीडर एवं प्रभावशाली कमांडर के रूप में कुशलपूर्वक कार्य करने हेतु अधिकारी एवं अधीनस्थ अधिकारियों को प्रशिक्षित करना है। अकादमी में इसके अलावा बल के कार्मिकों के लिए घुड़सवारी, मोटर चालन, आपदा प्रबंधन, श्र्वान प्रशिक्षण कोर्स व भारत के राज्य तथा पड़ोसी देशों के पुलिस बलों के लिए भी विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं।