ग्वालियर। माधव अंधाश्रम में नेत्रहीन छात्रों ने हंगामा कर दिया, छात्रों ने आश्रम की बदहाल व्यवस्था को लेकर सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की। हंगामा कर रहे छात्रों का कहना है कि, उन्हें पढ़ाई लिखाई के लिए किताबें और अन्य संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे, शिक्षकों की भी कमी है, इसके कारण उनकी पढ़ाई चौपट हो रही है।
हम आपको बता दे, माधव अंधाश्रम में तकरीबन 50 नेत्रहीन छात्र है, जो यहां रहकर पढ़ाई करते हैं। यह पहला मौका नहीं है, जब नेत्रहीन छात्रों ने सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया हो। इससे पहले भी कई बार उन्होंने अंधाश्रम की व्यवस्थाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है, लेकिन हर बार छात्रों को सिर्फ आश्वासन देकर चलता कर दिया जाता है। इस बार इन छात्रों ने, अपनी मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई का रुख अख्तियार कर लिया है।
माधव अंधाश्रम के प्रभारी प्राचार्य रामलाल ने बताया कि, कल रात एक बच्चा अचानक बीमार हुआ, जिओ के नेटवर्क की वजह से फोन लग नहीं रहे थे। फिर गार्ड को बोलकर 108 पर कॉल कर बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया। बच्चा तो अब ठीक है लेकिन, सुबह पता नहीं क्या हुआ तभी से सभी बच्चे हंगामा कर रहे हैं। इस हंगामे के पीछे बच्चों की मांग है की स्टाफ होना चाहिए, तो स्टाफ की भर्ती हो रही है प्रक्रिया चालू है। बिल्डिंग पुरानी है उसकी मरम्मत करवानी है। किताबें भी नहीं मिल रही है, 2 साल से कोरोना की वजह से किताबें छपी नहीं है, इसकी किताबें भी कम होती हैं। जल्द ही किताबें आ जाएंगी।
माधव अंधाश्रम के छात्र अभिषेक रावत ने कहा, की हम यह हंगामा हमारी समस्याओं को लेकर कर रहे हैं। टीचर नहीं है, कर्मचारी नहीं है पढ़ाई भी नहीं हो रही है, पुस्तके नहीं है, नए एडमिशन नहीं हो रहे हैं, छत से पानी भी गिरता है, कोई देखभाल करने वाला नहीं है। यहां के अधिकारी जेडी साहब है राजीव जी हैं जिनके द्वारा हमें धमकी भी दी जाती हैं। स्कूल बंद करा देंगे, टीसि काट के आप को बाहर कर देंगे।