मुंबई, 24 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर विजय सिन्हा ने विधानसभा स्पीकर पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना उचित नहीं था। यह नियम के अनुकूल नहीं है। फिर भी मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं। विजय सिन्हा ने आगे कहा कि वर्तमान में सरकार (JDU+BJP) ने 9 अगस्त को इस्तीफा दिया। 10 अगस्त को नई सरकार (महागठबंधन) के गठन का न्योता दिया गया। नई सरकार के गठन के बाद मैं खुद स्पीकर पद छोड़ देता, लेकिन 9 अगस्त को मुझे पता चला कि मेरे खिलाफ सचिव को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भेजा गया।
तो वही इस्तीफा देने से पहले विजय सिन्हा ने जदयू के वरिष्ठ विधायक नरेंद्र नारायण यादव को स्पीकर की कुर्सी पर बैठने के लिए कह दिया। इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने कहा कि दलित के बेटे को आसान पर नहीं बैठाना चाहते थे। दोपहर दो बजे जब दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो नरेंद्र स्पीकर की कुर्सी पर 2 मिनट के लिए बैठे। फिर उन्होंने विस उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी को कुर्सी सौंप दी। इसके पहले उन्होंने कहा कि विजय सिन्हा ने गलत किया है। मैं कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। आपको बता दे नए स्पीकर के चुनाव के लिए बुधवार को ही नॉमिनेशन फाइल किया जाएगा। 26 अगस्त को नया स्पीकर चुना जाएगा। इसके लिए कैबिनेट की बैठक में सदन का विशेष सत्र एक दिन और बढ़ा दिया गया है। अभी सदन का विशेष सत्र दो दिन है।
आपको बता दे सत्र शुरू होने से पहले आरजेडी नेताओं पर सीबीआई के छापे को लेकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष ने कहा कि सरकार को अस्थिर करने के लिए बीजेपी ने सीबीआई को भेजा है। वहीं, भाजपा भी हमलावर है। भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है। BJP विधायकों ने कहा कि जो लूटा है उसे लौटना पड़ेगा। बीजेपी के विधायक हिंदू अपमान की बात करते हुए तख्ती लेकर विधानसभा पहुंचे थे। भाजपा विधायकों का आरोप है कि गया में सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। सदन में फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग से पहले बीजेपी विधायक दल के नेता तारकिशोर प्रसाद को बोलने का मौका मिला। प्रसाद ने कहा कि अकेले लड़े तो जनता ने 2 पर लाकर छोड़ा। बाजुओं में ताकत नहीं थी, तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। बिहार जंगल राज की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने जनादेश का अपमान किया है। व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा रखने वाले नीतीश कुमार आज तक बिहार में अपने बल पर सरकार नहीं बना पाए हैं। ऐसा दल जो बिहार में खुद की ताकत पर सरकार नहीं बना पाए, वो देश के प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं।
तो वही सरकार की तरफ से मंत्री विजय चौधरी ने जवाब दिया। उन्होंने कहा बीजेपी को बिहार में जब-जब सत्ता में आना हुआ है वह नीतीश के पीछे ही होकर आए हैं। हम आप लोगों के साथ चांद तारों का ख्वाब देख रहे थे, लेकिन हमें रात के स्याही के अलावा कुछ नहीं मिला। दिल के अरमां आंसुओं में बह गए, हम वफा करके भी तनहा रह गए। साथ ही जीतन राम मांझी बोले भले ही मेरे प्रकरण में जो कुछ भी हुआ लेकिन एक महादलित के लड़के को मुख्यमंत्री बनाने का काम कोई कर सकता है तो नीतीश कुमार ही हैं।