मुंबई, 28 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। UNSC की बैठक मुंबई के ताज होटल में हो रही है, जहां 26/11 का हमला हुआ था। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की मौजूदगी में प्ले किए गए ऑडियो क्लिप में आतंकी साजिद मीर फोन पर चाबड़ हाउस में मौजूद आतंकियों को कह रहा है, 'बंदा कोई छत पर चल रहा है, कोई आ रहा है, जा रहा है उस पर फायर ठोको। उसे नहीं पता है वहां क्या हो रहा है।" साजिद मीर को जवाब देते हुए फोन पर दूसरा आतंकी ऐसा ही करने का भरोसा देता है।'
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा, '26/11 का हमला सिर्फ मुंबई पर नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर था। हमले के गुनहगारों को सजा दिलाने का काम जारी है, लेकिन अभी भी वो चुनौती पूरी नहीं हुई है। आतंकवाद ने दुनिया के कई क्षेत्रों को त्रस्त कर दिया है। भारत दूसरों की तुलना में इसको अधिक समझता है। दशकों से सीमापार आतंकवाद से लड़ने की हमारी प्रतिबद्धता कमजोर नहीं हुई है और न ही होगी। आतंकवाद का मुकाबला करने का एक प्रमुख पहलू आतंकवाद के फाइनेंसिंग को प्रभावी ढंग से रोकना है। आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए, मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है। हमने आज पीड़ितों की आवाज सुनी है। उनका नुकसान अतुलनीय है।'
तो वही बैठक में भारत ने कहा, 'आतंकी साजिद मीर सिर्फ 26/11 हमले का आरोपी नहीं है, वह कई और भी अतंरराष्ट्रीय आतंकी घटनाओं में शामिल है। ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के डेनमार्क प्रोजेक्ट का कर्ताधर्ता था। इसे कोपेनहेगन में एक अखबार के एडिटर को निशाना बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन इस प्लान का खुलासा हो गया। दुनिया की आंखों में धूल झोंकने के लिए साजिद मीर को मृत घोषित कर दिया गया। उसका डीएनए टेस्ट भी कर दिया गया, लेकिन बाद में पता चला कि वो जिंदा है। अंतरराष्ट्रीय दबाव में पाकिस्तान ने उसे अरेस्ट किया और उसे सजा भी सुनाई गई। साजिद मीर को संयुक्त राष्ट्र में आतंकी घोषित कराने की प्रक्रिया अभी भी अटकी है।'