नई दिल्ली, 22 जून भारत कोरोना महामारी पर धीरे-धीरे नियंत्रण पा ही रहा है, कि कोरोना के एक और संस्करण ने देश में दस्तक दे दी है। कोरोना के इस नए संस्करण का नाम है कोरोना प्लस और इसको बहुत ही ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। फिलहाल यह देश के बहुत कम क्षेत्रों में पाया गया है।
अंतिम सूचना के अनुसार कोरोना के डेल्टा प्लस संस्करण का पूरे देश में मात्र 22 नमूने पाए गए हैं, मगर इसके खतरनाक स्वरूप को देखते हुए भारत सरकार ने इससे सर्वाधिक प्रभावित राज्यों महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को सतर्क रहने की सलाह दी है। ज्ञात हो कि कोरोना का यह प्रकार महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव जिलों के कुछ नमूनों में पाया गया है, वहीं केरल के पलक्कड़ और पठानमथिट्टा जिले, और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी जिले में भी इसके सैंपल मिले हैं।
ज्ञात है कि INSACOG (इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक कंसोर्टिया) के हालिया निष्कर्षों के आधार पर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश राज्यों के कुछ जिलों में पाए जाने वाले कोविड19 के डेल्टा प्लस संस्करण से सतर्क रहने की सलाह दी है। भारत सरकार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को सलाह दी है कि जन स्वास्थ्य प्रतिक्रिया को और प्रभावी तरीके से अपनाए और साथ ही पहले लागू किए गए संक्रमण नियंत्रण के उपायों को सख्ती से लागू करे।
केंद्र सरकार ने कोरोना के इस डेल्टा प्लस संस्करण के रोकथाम के लिए के लिए सलाह देते हुए कहा है कि सभी प्रभावित और संभावित राज्य स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक केंद्रित और प्रभावी बनाने का प्रयास करें। कोरोना के इस नए मगर खतरनाक संस्करण को रोकने के लिए जो सलाह दी गई है उसमें भीड़ को रोकना और लोगों को आपस में मिलने-जुलने पर रोक, सैंपल का व्यापक परीक्षण, शीघ्र ट्रेसिंग के साथ-साथ प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन कवरेज शामिल है।