मुंबई, 26 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान से दुबई पहुंचे 80 पाकिस्तानियों को UAE के अफसरों ने वापस इस्लामाबाद भेज दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये लोग विजिटर्स वीजा पर दुबई पहुंचे थे, लेकिन इनके रिटर्न टिकट जाली थे। इसके अलावा दुबई के अफसरों को आशंका थी कि ये लोग विजिटर्स वीजा के नाम पर यहां रोजगार खोजने आए हैं और नौकरी न मिलने पर गलत काम कर सकते हैं। खास बात यह भी है कि इन लोगों के पास दुबई में रहने और खाने के लिए जरूरी पैसे तक नहीं थे। दरअसल, सच ये है कि पाकिस्तानी विजिटर वीजा पर UAE में रोजगार की तलाश में ही आते हैं। UAE दो साल पहले ही पाकिस्तानियों के लिए इम्प्लॉयमेंट वीजा पर रोक लगा चुका है। UAE पाकिस्तानियों को मुल्क के लिए खतरा मानता हैं। दरअसल पाकिस्तान की इकोनॉमी बदहाल है। मुल्क में रोजगार है नहीं। यह वजह है कि पाकिस्तानी रोजगार के लिए दूसरे देशों में जा रहे हैं।
आपको बता दे पिछले दिनों दुबई में पाकिस्तान के डिप्लोमैट्स ने UAE की इमिग्रेशन अथॉरिटी से बात की थी। जिसमे उन्होंने कहा था की UAE आने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के पास वैलिड टिकट होना चाहिए। UAE में रोजगार के लिए आने वाले नागरिकों के पास विजिटर वीजा नहीं होना चाहिए। UAE आने वाले लोगों के पास खर्च के लिए कम-से-कम 5000 हजार दिरहम (UAE की करंसी) कैश होना चाहिए। अब पाकिस्तान ने भी UAE से पाकिस्तान जाने वाले लोगों के लिए गाइडलाइन जारी करना शुरू कर दिया है।
दरअसल, हाल के दिनों में UAE में भीख मांगने वालों की तादाद बेहद तेजी से बढ़ी। भिखारियों में ज्यादातर पाकिस्तानी हैं। जब इन्हें UAE में नौकरी नहीं मिलती है तो वो भीख मांगने लगते हैं, चोरी करने लगते हैं, ड्रग स्मगलिंग करने लगते हैं। कुछ लोग तो आतंकवाद में शामिल हो जाते हैं। UAE के अधिकारियों ने कई बार पाकिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई की है। UAE ने पाकिस्तान के दूतावास को भी इसकी जानकारी दी थी। कोरोना के दौरान दुबई प्रशासन ने हजारों पाकिस्तानियों को जबरदस्ती उनके मुल्क वापस भेज दिया था।