नई दिल्ली, 6 ज़नवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) कोरोना संक्रमण के ओमिक्रॉन वेरीयंट के बढ़ते मामलों की प्रबलता को रेखांकित करते हुए केंद्र सरकार ने नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड टेस्टिंग को तेज करने का आग्रह किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संक्रमित लोग दूसरों को संक्रमित ना कर पाए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने तमिलनाडु, पंजाब, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मिजोरम, मेघालय, जम्मू-कश्मीर और बिहार की सरकारों को लिखे पत्र में बढ़ते मामलों और सकारात्मकता दर के बीच कोविड टेस्टिंग में काफी गिरावट की ओर इशारा किया और कहा यह "चिंता का कारण" है।
आहूजा ने 5 जनवरी को अपने पत्र में कहा की, “पर्याप्त परीक्षण के अभाव में समुदाय में फैले संक्रमण के सही स्तर को निर्धारित करना असंभव है। अधिकांश देशों में टीकाकरण के उच्च स्तर के बावजूद वैरिएंट ऑफ कंसर्न (वीओसी) ओमिक्रॉन के मामलों में कई उछाल देखने के साथ स्थिति में किसी भी गिरावट को रोकने के लिए निरंतर सतर्कता और प्रयासों की आवश्यकता है।
उन्होंने आगे लिखा, “ओमिक्रॉन के अप्रत्याशित और अत्यधिक संक्रमणीय व्यवहार और बिना लक्षण वाले मामलों की व्यापकता को ध्यान में रखते हुए शुरुआती दिनों में ही परीक्षण में तेजी लाने से यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि संक्रमित व्यक्ति दूसरों में वायरस नहीं फैलाता है। यह देखा गया है कि बढ़ते मामलों और सकारात्मकता के बीच उपरोक्त राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड परीक्षण में काफी गिरावट आई है जो चिंता का विषय है।”
साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव ने अपने पत्र में राज्यों को परीक्षण अभिकर्मकों और किट आदि के पर्याप्त स्टॉक की समीक्षा करने और उपलब्धता सुनिश्चित करने और परीक्षण सुविधाओं, उपभोग्य सामग्रियों और रसद की नियमित व्यवस्था करने की सलाह दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में गुरुवार को 495 ओमिक्रॉन मामलों की सबसे बड़ी छलांग दर्ज की जिससे कोरोनोवायरस के नए संस्करण ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 2,630 हो गई।