नई दिल्ली, 27 मई|
डॉ. रेड्डीज लैब से 10 हजार सैशे आज जारी होंगे।भारत को आज स्वदेशी दवाई '2-DG' की दूसरी खेप मिलने जा रही है।कोरोना के खिलाफ लड़ाई में क्लिनिकल परीक्षण से मिले आंकड़े के मुताबिक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की इस दवा से न सिर्फ अस्पताल में भर्ती मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता को कम करने में मदद मिलेगी बल्कि मरीजों को जल्द से जल्द सेहतमंद करने में ये दवा काफी मददगार साबित होगी।
2-DG की मांग को देखते हुए इसे बनाने वाली लैब की संख्या बढ़ाई जा सकती है जिसकी प्रक्रिया भी शुरु कर दी गई है। करार होने के बाद डीआरडीओ अपनी संस्था DRDO के वैज्ञानिक को अनुबंधित लैब में प्रशिक्षण के लिए भेजेगा। फिलहाल डीआरडीओ ने अभी इस दवा के निर्माण का अधिकार हैदराबाद की डॉ. रेड्डीज लैब को दिया है।
हालांकि क्लिनिकल ट्रायल का डेटा उपलब्ध नहीं है लेकिन दावा किया जा रहा है कि इस दवा के इस्तेमाल से मरीजों में रिकवरी का समय लगभग ढाई दिन कम हो गया। वहीं दवाई की कीमत पर औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है लेकिन माना जा रहा है कि सैशे 2डीजी 500 से 600 रुपये के बीच मिलेगी।
वैज्ञानिकों के मुताबिक कोविड-19 रोधी दवा 2 DG एक ग्लूकोज के रूप में है जो कोरोना वायरस की ऊर्जा को खत्म कर उसे निष्क्रिय कर देती है। वहीं कोरोना वायरस के मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ होने के लिए दवा की दो डोज पांच से सात दिन तक देनी पड़ सकती है।
2डीजी का उत्पादन देश की दिग्गज दवा निर्माता कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब कर रही है। यह दवा सैशे के रूप में उपलब्ध होगी। जैसे कि आप ORS या ENO को पानी में घोलकर पीते हैं, वैसे ही इसे भी पानी में मिलाकर ले सकेंगे।