मुंबई, 2 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के 6 दिन के दौरे पर हैं। बीते दिन उन्होंने वॉशिंगटन डीसी के नेशनल प्रेस क्लब में मीडिया के सवालों के जवाब दिए। इस दौरान केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (UML) से गठबंधन को लेकर राहुल ने कहा, मुस्लिम लीग पूरी तरह से सेक्युलर पार्टी है। विपक्ष एकजुट हो रहा है। हम सभी विपक्षी पार्टियों से बात कर रहे हैं। इस संबंध में काफी अच्छा काम हो रहा है। राहुल ने आगे कहा, कई जगह ऐसी हैं जहां हम विपक्ष के साथ मुकाबला कर रहे हैं। ऐसे में हमें कई मुद्दों पर एक राय बनानी होगी, लेकिन मुझे विश्वास है कि हम चुनाव में साथ जरूर आएंगे। सांसदी जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, मुझे 1947 के बाद मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा मिली है। मैंने संसद में अडाणी को लेकर स्पीच दी थी, जिसकी वजह से मुझे डिस्क्वालिफाई कर दिया गया।
राहुल ने यह भी कहा की, भारत में प्रेस की स्वतंत्रता कमजोर होती जा रही है और यह बात सभी जानते हैं। मुझे लगता है कि लोकतंत्र के लिए प्रेस की स्वतंत्रता और आलोचना को सुनना जरूरी है। मैं जो भी सुनता हूं उस पर विश्वास नहीं करता। मैं पूरे भारत में घूमा हूं। कन्याकुमारी से कश्मीर तक घूमा हूं। लाखों भारतीयों से सीधे बात की है। मुझे वो लोग खुश नहीं लगे और वो बेरोजगारी, महंगाई से बहुत परेशान हैं। लोगों में गुस्सा था। देश में बढ़ती महंगाई और रिकॉर्ड बेरोजगारी के चलते अमीरों और गरीबों के बीच की खाई बढ़ती जा रही है। ऐसे में अर्थव्यवस्था को लेकर PM मोदी के दावों पर भरोसा करना मुश्किल लगता है। वहीं, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में राहुल ने अपनी सांसदी जाने पर कहा कि मैं 2004 में राजनीति में आया था। तब मैंने ये नहीं सोचा था कि कुछ बोलने भर से सांसदी जा सकती है। मैं शायद पहला इंसान हूं जिसे अवमानना की इतनी बड़ी सजा मिली है, लेकिन अब मुझे लगता है कि संसद में बैठे रहने के मुकाबले अब ज्यादा मौके मिलेंगे।
तो वहीं, मुस्लिम लीग को लेकर राहुल के बयान पर BJP ने पलटवार किया है। BJP नेता अमित मालवीय ने कहा- जिन्ना की मुस्लिम लीग पार्टी धार्मिक आधार पर भारत के बंटवारे के लिए जिम्मेदार थी। ये पार्टी राहुल के मुताबिक सेक्युलर पार्टी है। वायनाड में अपनी स्वीकार्यता बनाए रखने के लिए ऐसा कहना उनकी मजबूरी है।