तिरुवनंतपुरम, 20 मई | केरल में हाल ही में हुए चुनावों में एलडीएफ़ को भारी मतों से जीत मिलने के बाद पिनरई विजयन ने लगातार दूसरी बार केरल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। गुरुवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शपथ दिलाई। विजयन की कैबिनेट में 21 मंत्री होंगे।इस दौरान एलडीएफ सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से पहले पिनरई विजयन और मनोनीत मंत्रियों ने 1940 के दौरान यहां हुए कामकाजी वर्ग के पुन्नापरा-वायलार आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी ।
मुख्यमंत्री विजयन सबसे पहले वायलार में स्थित एक स्मारक पर गए और पार्टी कार्यकर्ताओं के नारों के बीच उन्होंने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। केरल में गुरुवार को शपथ ग्रहण समारोह पूरा हो गया। लेफ्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता पिनरई विजयन ने सेंट्रल स्टेडियम में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के समक्ष मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
बता दें कि केरल में विधानसभा चुनाव में दूसरी बार पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीएफ) को जीत मिली है। कोरोना महामारी की वजह से यह शपथ ग्रहण समारोह काफी साधारण हुआ। तिरुवनंतपुरम के स्टेडियम में इस आयोजन में केवल 500 लोगों को आमंत्रित किया गया । दरअसल बुधवार को केरल हाई कोर्ट ने कहा था कि कोरोना महामारी को देखते हुए शपथ ग्रहण समारोह में ज्यादा लोगों को आमंत्रित नहीं किया जा सकता । सरकार यह भरोसा दिलाए कि सीमित संख्या में वह यह समारोह आयोजित करेगी तो इसकी अनुमति दी जाएगी। जिसे देखते हुए कम से कम संख्या में यह समारोह आयोजित किया गया। कोर्ट ने कहा कि असम, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में कम मेहमानों की मौजूदगी में शपथ ग्रहण समारोह किया गया है तो कोरोना संक्रमण के ख़तरे को देखते हुए केरल में भी मेहमानों की संख्या को सीमित रखना होगा।
तिरुवनंतपुरम में हुए विजयन सरकार के शपथ ग्रहण में आमंत्रित 500 लोगों में सबसे ज्यादा खास मेहमान बीड़ी निर्माता जनार्दन थे। हाल ही में जनार्दन ने केरल सरकार को टीकाकरण के लिए 2 लाख रुपये आर्थिक मदद की थी। दान करने के बाद उनके खाते में सिर्फ 850 रुपये ही बचे हैं। मुख्यमंत्री विजयन ने बीड़ी निर्माता जनार्दन को भी इस समारोह में आमंत्रित किया गया था । केरल में दशकों से LDF और UDF गठबंधन के सत्ता में आने की परम्परा रही है गौरतलब है इस बार LDF के सत्ता में आने के साथ ही यह सिलसिला टूट गया। हाल ही में हुए चुनावों में लेफ़्ट डेमक्रैटिक फ़्रंट (LDF) ने 140 सीटों में से 99 पर जीत हासिल की है वहीं विपक्षी पार्टी यूडीएफ़ ने 41 सीटें जीतीं है।इसी बीच केरल में भारतीय जनता पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल पाई। भाजपा को यहाँ से कम से कम एक सीट जितने की उम्मीद थी।