मुंबई, 23 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से इनकार और अशोक गहलोत के पर्चा दाखिल करने की घोषणा के बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान में विधायकों से बातचीत शुरू कर दी है। पायलट की नजर राजस्थान में खाली हो रहे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर है। सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट ने सभी गुटों के कांग्रेस विधायकों से बात करना शुरू कर दिया है। इनमें वे विधायक भी शामिल हैं, जो कभी उनके कट्टर विरोधी माने जाते रहे। सचिन पायलट ने 21 सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर राहुल गांधी से चर्चा की। पायलट अब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलेंगे। पायलट ने कहा कि सोनिया का फैसला सबको मानना है। तो वही गहलोत के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, हाईकमान जिसके नाम का ऐलान करेगा, हमारे साथ के 6 विधायक उनका समर्थन करेगा। वहीं SC आयोग अध्यक्ष और बसेड़ी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा और बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा दिल्ली में हैं, दोनों ने भी पायलट से बात की है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कोच्चि में कहा, मुझे राहुल गांधी से एक बार मिलकर अध्यक्ष बनने के लिए रिक्वेस्ट करनी थी, लेकिन, उन्होंने इनकार कर दिया। राहुल का कहना है कि इस बार गैर गांधी ही अध्यक्ष बनेगा, यह फाइनल फैसला है, गांधी परिवार से अध्यक्ष नहीं बनेगा। सूत्रों के मुताबिक अशोक गहलोत 28 सितंबर को नामांकन दाखिल करने की तैयारी में हैं, इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। नामांकन के दिन कांग्रेस विधायकों को भी दिल्ली बुलाया जाएगा, गहलोत ने विधायक दल की बैठक में ही इसके लिए कहा था। तो वही कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में अशोक गहलोत के नामांकन करने की संभावनाओं के बाद से ही सचिन पायलट के समर्थक सक्रिय हो गए हैं। सचिन पायलट का हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करता रहा। पायलट समर्थक सोशल मीडिया पर खूब कमेंट कर रहे हैं। वहीं पायलट समर्थक विधायकों ने शुभचिंतकों से शांत रहने की अपील की है।