मुंबई, 26 मई| किसानों को अपने जल्द खराब होने वाले कृषि उत्पादों को बिना किसी देरी के अंतर-राज्यीय बाजारों में भेजने में मदद करने के लिए किसान रेल एक पहल है। पश्चिम रेलवे द्वारा 24 नवंबर को इंदौर के पास लक्ष्मीबाई नगर और न्यू गुवाहाटी के बीच पहली किसान रेल चलाई गयी थी। मुंबई सेंट्रल मंडल ने 16 वर्ष बाद चीकू यातायात को शुरू करते हुए 28 जनवरी, को दहानू रोड स्टेशन से दिल्ली के आदर्श नगर स्टेशन तक अपनी पहली किसान रेल की शुरुआत की और अब इसने शतक के आंकड़े को पार कर लिया है अर्थात मुंबई सेंट्रल मंडल द्वारा चीकू परिवहन के लिए अब तक 100 किसान रेल चलायी जा चुकी है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि गुजरात राज्य के सूरत वलसाड, उदवाडा, चिखली, नवसारी, अमलसाड क्षेत्र के कृषक समुदाय के सभी वर्गों को लाभान्वित कर रही है। किसान रेल का संचालन द्वारा शुरू की गई और विस्तारित 'ऑपरेशन ग्रीन्स स्कीम्स टोमैटो, ओनियन एंड पोटैटो से लेकर सभी फलों और सब्जियों तक' के तहत इस योजना ने पूरे कृषि समुदाय की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ठाकुर ने बताया कि 16 वर्षों के अंतराल के बाद चीकू यातायात को पुनः प्राप्त कर लिया गया है। 28 जनवरी से शुरू हुए चीकू यातायात ने मार्च में गति पकड़ ली है। इस यातायात के माध्यम से 7.6 करोड़ रुपये संचयी राजस्व प्राप्त हुआ है।
अमलसाड स्टेशन को माल यातायात की हैंडलिंग के लिए खोला गया है। इसके अलावा लदान में सुविधा के लिए अमलसाड स्टेशन पर एक रैम्प का निर्माण किया गया है एवं वाहनों की आवाजाही के लिए रास्ता भी तैयार किया गया है। किसानों की उपज के परिवहन के लिए उनसे विपणन संबंधी निरंतर प्रयास किए गए। इन ट्रेनों की आरपीएफ द्वारा सुरक्षा के साथ ही लोडिंग और अनलोडिंग स्टेशनों पर प्रकाश व्यवस्था में भी सुधार किया गया है। इन उपजों का परिवहन मुख्य रूप से अमलसाड एवं दहाणू रोड से दिल्ली के आदर्श नगर तक किया गया।