मुंबई,16 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। उज्बेकिस्तान के समरकंद में SCO की मीटिंग में शामिल होने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात कर रहे हैं। दोनों नेता रूस-यूक्रेन जंग और फूड सिक्योरिटी जैसे अहम मसलों पर बातचीत कर रहे हैं। रूस की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस दौरान स्ट्रैटजिक स्टेबिलिटी, एशिया-पैसिफिक रीजन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। तो वहीं, भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि PM मोदी पुतिन से सस्ते कच्चे तेल की बिना किसी बाधा के सप्लाई बातचीत कर सकते हैं। मोदी ने समरकंद में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के साथ द्विपक्षीय बैठक की। मोदी शाम को PM वापस नई दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
आपको बात दे यूक्रेन से जंग के दौरान भारत ने रूस से कच्चे तेल की खरीदारी की। भारत ने इस साल की पहली तिमाही में रूस से 6.6 लाख टन कच्चा तेल आयात किया। यह दूसरी तिमाही में बढ़कर 84.2 लाख टन हो गया। इस दौरान रूस ने प्रति बैरल 30 डॉलर का डिस्काउंट भी दिया। इसके चलते पहली तिमाही में एक टन कच्चे तेल के आयात की लागत करीब 790 डॉलर थी। दूसरी तिमाही में यह घटकर 740 डॉलर रह गई। इस तरह भारत को कुल 3,500 करोड़ रुपए का फायदा हुआ। इसी अवधि में अन्य स्रोतों से आयात की लागत बढ़ी थी। रूस से 2022 में सस्ते तेल का आयात 10 गुना बढ़ा है। कारोबार 11.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। यह साल के आखिर तक रिकॉर्ड 13.6 अरब डॉलर तक पहुंचने की प्रबल संभावना है।
तो वही इन मुलाकातों से पहले PM मोदी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन यानी SCO की मीटिंग में शामिल हुए। इसमें SCO में सुधार और विस्तार, रीजनल सिक्योरिटी, सहयोग, कनेक्टिविटी को मजबूत करने और व्यापार को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।