नई दिल्ली, 9 मार्च (न्यूज़ हेल्पलाइन) एक अप्रत्याशित कदम के तहत दिल्ली राज्य राज्य चुनाव आयोग ने बहुप्रतीक्षित MCD (Municipal Corporation of Delhi) के आगामी चुनाव (MCD Election) को कुछ हफ़्तों के लिए स्थगित कर दिया है। हालांकि, राज्य चुनाव आयुक्त ने साथ ही यह घोषणा भी की है कि MCD Election आगामी 18 मई से पहले संपन्न हो जाएंगे। इस घोषणा (MCD Election date के आगे बढ़ने) के साथ ही राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली में एक नए राजनितिक चर्चा शुरू होने की भी संभावनाएं उत्पन्न हो गई है।
आज शाम राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने MCD Election date के बारे में घोषणा करते हुए बताया कि चूंकि केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिनकी कानूनी रूप से हमारे द्वारा जांच की जानी बाकी है, हम अभी एमसीडी चुनाव (MCD Election) की तारीखों की घोषणा नहीं कर पाएंगे। हमें कुछ और दिन लगेंगे। हमें 18 मई से पहले चुनाव कराना है।
दिल्ली के राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने साथ ही यह भी साफ़ किया कि हम चुनाव स्थगित नहीं कर रहे हैं। अगर 18 मई से पहले नगर निगमों का एकीकरण होता है, तो हमें स्थिति की जांच करनी होगी। इसलिए हमें इस पर कानूनी राय लेने के लिए अभी समय चाहिए।
MCD Election के बारे में घोषणा होने के साथ विश्लेषकों की प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई है। एक विशेषज्ञ के अनुसार दिल्ली के चुनाव आयुक्त का कहना है कि उनके कार्यालय ने राष्ट्रीय राजधानी में एमसीडी चुनावों (MCD Election) के कार्यक्रम की घोषणा को टाल दिया है क्योंकि केंद्र 3 एमसीडी को एकजुट करना चाहता है। राज्य चुनाव आयोग अब इस मामले पर कानूनी राय ले रहा है।
वहीं, एक और विश्लेषक के अनुसार एमसीडी चुनावों (MCD Election) की निर्धारित घोषणा से कुछ घंटे पहले और पांच राज्यों में मतगणना से एक दिन पहले केंद्र सरकार GNCTD (Government of National Capital Territory of Delhi) अधिनियम में संशोधन के बाद, अब MCD Election स्थगित करके एक बड़ा कदम उठाया हैनिर्देश देता है। केंद्र के इस कदम से आगे की कार्रवाई का अनुमान लगाना आसान है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार यह दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के पर कतरने के इंतज़ाम हो रहे हैं, ताकि वह दिल्ली,पंजाब में सरकार बनाने के बाद MCD पर भी कब्जा न कर पाए।