न्यूज हेल्पलाइन 25 फरवरी मुंबई, केंद्रीय जांच एजेंसी को गाली देकर महाविकास अघाड़ी सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्र ने अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की है। केंद्र सरकार के दमन के खिलाफ भाजपा संयुक्त मोर्चे से लड़ रही है और भाजपा को नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। विधायक दल के नेता और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि भाजपा को केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे के लिए आंदोलन करना चाहिए, जिनके बेटे ने किसानों को कार के नीचे कुचल दिया।
नवाब मलिक के हमले और केंद्र सरकार द्वारा दमन के विरोध में महाविकास अघाड़ी ने मंत्रालय के पास राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया। इस बार मीडिया से बात करते हुए बालासाहेब थोराट ने कहा कि नवाब मलिक के खिलाफ 20 साल पहले एक केस से जुड़ा कुछ कर के धागों को मिलाने की कोशिश करने पर कार्रवाई की गई है। केंद्र सरकार के दमन के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस पार्टी महाविकास अघाड़ी के साथ मजबूती से खड़ी है। क्या नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग करने वालों ने इस्तीफा दे दिया जब उनकी पार्टी के मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की गई? इसका जवाब पहले दिया जाना चाहिए। भाजपा को केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे के लिए आंदोलन करना चाहिए जिनके बेटे ने किसानों को कार के नीचे कुचल दिया।
उस समय लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा था कि नवाब मलिक के खिलाफ की गई कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है और देश में बहुत निचले स्तर की राजनीति शुरू हो गई है। किसी मंत्री को इस तरह से गिरफ्तार करना लोकतंत्र के लिए घातक है। यह कार्रवाई केवल संदेह के आधार पर की गई है और यह एक गलत कदम है। आंदोलन के दौरान उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट, लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण, शिवसेना नेता एवं उद्योग मंत्री सुभाष देसाई, राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, ऊर्जा मंत्री नितिन राउत, सहायता एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार, मत्स्य पालन मंत्री असलम शेख, पशुपालन मंत्री सुनील केदार, आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड, सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप, पूर्व सांसद हुसैन दलवई, प्रदेश कांग्रेस महासचिव देवानंद पवार मौजूद थे। केंद्र सरकार, ईडी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।