श्रीनगर, 7 अक्टूबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) केंद्र शासित प्रदेश जम्मु कश्मीर की राजधानी में पिछले 2 दिनों से आतंकियों द्वारा चल रही सिलसिलेवार हत्याओं पर एलजी मनोज सिन्हा और राजनेताओं ने कड़ी निंदा की।
आतंकियों ने सुबह करीब 11.15 बजे, श्रीनगर जिले के संगम ईदगाह में आतंकवादियों ने दो स्कूल शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतकों की पहचान यहां शहर के अलोची बाग क्षेत्र निवासी सुपिन्दर कौर और जम्मू निवासी दीपक चंद के रूप में हुई है। वे गवर्नमेंट बॉयज स्कूल, संगम में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे।
पिछले पांच दिनों में शहर में छह और घाटी में मारे गए नागरिकों सहित संख्या सात हो गई है।
केंद्र शासित प्रदेश के एलजी (उपराज्यपाल) ने ट्वीट करते हुए कहा, “मैं आतंकवादियों द्वारा हमारे दो शिक्षकों, सुपिंदर कौर और दीपक चंद की बर्बर हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। निर्दोष लोगों पर हुए जघन्य आतंकी हमलों के दोषियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। आतंकवादी और उनके संरक्षक जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की शांति, प्रगति और समृद्धि को बाधित करने में सफल नहीं होंगे। शोक संतप्त परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।”
वहीं नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर कहा, आतंक के इस अमानवीय कृत्य के लिए निंदा के शब्द पर्याप्त नहीं हैं, लेकिन मैं मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि, “केंद्र के 'नया कश्मीर' के निर्माण के दावों ने वास्तव में इसे नरक में बदल दिया है।”
मुफ़्ती ने आगे लिखा, “कश्मीर में बिगड़ती स्थिति को देखकर परेशान है, जहां एक छोटा अल्पसंख्यक नवीनतम लक्ष्य है। नया कश्मीर बनाने के भारत सरकार के दावों ने वास्तव में इसे नरक में बदल दिया है। उसका एकमात्र हित कश्मीर को उसके चुनावी हितों के लिए दुधारू गाय के रूप में इस्तेमाल करना है।”
जिसके बाद पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने हत्याओं पर कहा कि यह समझना जरूरी है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता।
लोन ने अपने ट्वीट में कहा, “कायरता की खबरें सामने आ रही हैं। दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या यह समझना जरूरी है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता है। मुसलमान भी मारे गए हैं। मेरे परिवार में व्यक्तिगत रूप से मेरी हत्या हुई थी। यह एक पागल फ्रिंज है जो कश्मीर के लिए एक अभिशाप है। अल्लाह हमें इस श्राप से छुटकारा दिलाए।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जम्मू-कश्मीर के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने भी हत्याओं की निंदा करते हुए कहा कि “निहत्थे शिक्षकों की हत्या, जिनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, विशुद्ध रूप से एक अमानवीय कृत्य और हताशा है।”
दो शिक्षकों की हत्या करने वालों का कोई धर्म नहीं है। ठाकुर ने कहा कि ये शिक्षक छात्रों को पढ़ा रहे थे, उनका क्या कसूर था।
उन्होंने कहा कि कायरतापूर्ण कृत्य की सबसे ज्यादा निंदा की जानी चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि, “निहत्थे नागरिकों की हत्या को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि कोई भी धर्म निर्दोषों को मारने की इजाजत नहीं देता है।”
साथ ही उन्होंने पुलिस से उस समूह को गिरफ्तार करने का आग्रह किया जो श्रीनगर में शिक्षकों सहित निर्दोष नागरिकों की हत्या कर रहा है।