देहरादून, 20 मई | चक्रवात तूफ़ान ‘तौक़ते’ के गहरे दबाव में तब्दील होने के बाद कई राज़्यो में इसका असर देखने मिला। चक्रवात कन्याकुमारी से लेकर उत्तर भारत के पहाड़ी इलाक़ों तक पहुँच गया है जिससे उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों के साथ ही मैदानी इलाकों में भारी बारिश से बादलों ने क़हर बरपाया है। गुरुवार तड़के से जारी बारिश से राज्य में हाहाकार मच गया है। जहां एक ओर कुमाऊं मंडल में दो मकान टूटने की खबर है। वहीं लगातार हो रही बारिश की वजह से मैदानी इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। राजधानी देहरादून सहित हरिद्वार में जलभराव की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है।
वहीं चमोली जिले में भी बारिश तबाही मचा रही है। मिलीं जानकारी के अनुसार बदरीनाथ हाईवे पर अतिवृष्टि के कारण लामबगड़ नाला उफान पर आ गया है जिसकी वजह से एक मालवाहक ट्रक फंस गया, ट्रक के चालक और परिचालक ने भागकर अपनी जान बचा ली। भारी बारिश होने से गंगोत्री हाईवे पर खनेड़ा मोटर पुल के पास भूस्खलन होने से मलबा जमा हो गया जिस वजह से हाईवे मार्ग प्रभावित हो गया है।
मसूरी में भी गुरुवार को गलोगी धार-देहरादून मार्ग पर पहाड़ी गिरने से मलबा आ गया जिसे देखते हुए मौक़े पर लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी भेजीं जिससे मलबा हटाने के उपरांत आवाजाही शुरू कर दो गई। वहीं नैनीताल जिले में ज्योलिकोट वीरभट्टी पुल के पास हुए भूस्खलन की वजह से मलबा गिरा और हाईवे बंद हो गया है। वहाँ भी मलबा हटाने के लिये जेसीबी लगाई गई है।वहीं खबर लिखे जाने तक केदारनाथ से ग्लेशीयर टूटने की भी जानकारी मिलीं है ।
बता दें, मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक समुद्री चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम में आए बदलाव की वजह से उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश की आशंका है वहीं राज्य के दूसरे हिस्से में देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल और हरिद्वार जैसे जिलों में भी अगले 24 घंटे बारिश की आशंका है। मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक़ मैदान से लेकर पहाड़ तक बारिश के साथ ही कई स्थानों पर बिजली गिरने का भी अंदेशा है और मैदानी क्षेत्रों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।