श्रीनगर, 5 जुलाई विगत 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू- कहमीर के नेताओं के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक के आयोजित हुए आज 10 दिन से ज्यादा हो गए हैं। जम्मू कश्मीर की 6 बड़ी पार्टियों के संगठन पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) ने प्रधानमंत्री के साथ हुए बैठक के परिणामों को लेकर निराशा व्यक्त की है।
पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि पीएजीडी (पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन) के सभी सदस्यों ने दिल्ली की बैठक (प्रधानमंत्री के साथ) के परिणाम पर निराशा व्यक्त की। राजनीतिक और अन्य कैदियों को रिहा करने और घेराबंदी को समाप्त करने के लिए ठोस कदम जैसे पर्याप्त विश्वास निर्माण उपाय करने की उम्मीद थी, मगर इस दिशा में कोई ठोस कार्य नहीं हुआ है।
पीएजीडी ने आगे कहा, “जहां तक राज्य का दर्जा बहाल करने का सवाल है, यह संसद के पटल पर भाजपा की प्रतिबद्धता रही है और उन्हें अपने वचन का सम्मान करना चाहिए। कोई भी विधानसभा चुनाव जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण राज्य की बहाली के बाद ही होना चाहिए।”
ज्ञात हो कि 24 जून को प्रधानमंत्री के साथ जम्मू-कश्मीर के नेताओं के बैठक के बाद लगभग सभी पक्ष बहुत आशान्वित होकर निकले थे। पीएजीडी में शामिल सभी पार्टियों ने भी इस बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर में बदलाव होने की आशा व्यक्त की थी।