मद्रास, 3 जुलाई
फैकल्टी के मेंबर्स पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाते हुए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-मद्रास (IIT-M) के असिस्टेंट प्रोफेसर विपिन पी वीटिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिए है। दरअसल उनका इस्तीफा सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमे उन्होंने फैकल्टी के मेंबर्स पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है। केरल के पय्यानूर के रहने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर विपिन मार्च 2019 से आईआईटी-एम में कार्यरत हैं।
विपिन पी वीटिल ने एक ई-मेल के जरिए अपना इस्तीफा दिया था, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उनके द्वारा भेजे जाने वाले पत्र के अनुसार, विपिन ने 'मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग' में उनके साथ किए गए जातिगत भेदभाव को छोड़ने की वजह बताई है।
इस्तीफे में कहा गया है कि 2019 में शामिल होने के बाद से ही उन्हें इस तरह के भेदभाव का सामना करना पड़ रहा था। पत्रमें कहा गया की ऐसे कई उदाहरण थे, जहां उन्हें दुर्व्यवहार झेलना पड़ा। उन्होंने एससी/एसटी आयोग के सदस्यों से मिलकर एक समिति का गठन किया जाए ताकि आगे होने वाले लोगों पर भेदभाव पर कड़ी नजर रखी जा सके। पत्र को आईआईटी-एम छात्र कलेक्टिव, अंबेडकर पेरियार स्टडी सर्कल द्वारा सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया गया है। पत्र का एक स्क्रीनशॉट ट्विटर पर 'मदुरै कोंस्टीटूएंसी' के मौजूदा सांसद एस वेंकटेशन द्वारा भी शेयर किया गया था।
बता दें, आईआईटी-एम प्रोफेसर ने इस्तीफे के पीछे की सच्चाई को न तो नाकारा है और न ही इसकी पुष्टि की है। एक बयान में, कॉलेज ने बताया है कि कर्मचारियों और छात्रों की ऐसी किसी भी शिकायत पर ध्यान दिया जा रहा है।
इससे पहले 2019 में, आईआईटी-एम की 19 वर्षीय छात्रा फातिमा लतीफ ने धार्मिक भेदभाव का सामना करने के बाद आत्महत्या कर ली थी। छात्रों ने तब फातिमा को न्याय दिलाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया था।