श्रीनगर, 23 जून
केंद्र शासित प्रदेश जम्मु कश्मीर के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय बैठक से पहले प्रदेश को अगले 48 घंटों के लिए अलर्ट पर रखा गया है। बताया जा रहा है की नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लगे इलाकों के लिए भी इसी तरह के आदेश जारी किए गए हैं। साथ ही जानकारी मिलीं है की जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को इंटरनेट सेवाएं भी बंद की जा सकती हैं।
पिछले कई दिनों से बैठक के बारे में क़यास लगाए जा रहे थे ऐसे में यह ख़बर पुख़्ता हो गई की पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 जून को जम्मू-कश्मीर के नेताओं की सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है की इस बैठक में शामिल होने के लिए पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (पीएजीडी), कांग्रेस और कई अन्य जम्मू-कश्मीर आधारित पार्टियों के नेताओं ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
यह बैठक इसलिए महत्त्वपूर्ण है की सर्वदलीय बैठक, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर संसद द्वारा मतदान के लगभग दो साल बाद हो रही है।
बैठक में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख जीए मीर भी शामिल होंगे। बैठक में भाग लेने का निर्णय अंतरिम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस पार्टी की एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया था।
बताया जा रहा है की बैठक ऐसे समय हो रही है जब जम्मू-कश्मीर के लिए परिसीमन आयोग हितधारकों के साथ विचार-विमर्श कर रहा है और एक रिपोर्ट पेश करने की संभावना है। यह रिपोर्ट, 2011 की जनगणना और जम्मू-कश्मीर के जिला कलेक्टरों द्वारा प्रस्तुतियों पर आधारित है, जिससे केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव की संभावना पैदा हो सकती है।
हालांकि मिलीं जानकारी के अनुसार केंद्र ने बैठक के लिए कोई एजेंडा तय नहीं किया है लेकिन शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक के दौरान परिसीमन, राज्य का दर्जा और अन्य प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता और जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना गुरुवार को जम्मू से नई दिल्ली के लिए रवाना हुए। भाजपा की पूर्व सहयोगी पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को भी सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के लिए श्रीनगर से निकलते देखा गया।
सूत्रों से जानकारी मिली कि बैठक में शामिल होने से पहले, जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा की पार्टियों के गठबंधन पीएजीडी के नेताओं ने बुधवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के आवास पर मुलाकात की और एक घंटे तक चर्चा की।
बताया जा रहा है इस एतिहासिक बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख जीए मीर भी शामिल होंगे उनके भाग लेने का निर्णय अंतरिम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस की एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया था।
प्रधानमंत्री के साथ होने वाली इस बैठक को जम्मु कश्मीर की राजनीति के लिए अहम माना जा रहा है।