मुंबई, 22 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चीन में अब मौजूदा राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चुनौती देने वाले तमाम नेताओं पर नकेल कसी जा रही है। कम्युनिस्ट पार्टी की 20 कांग्रेस यानी CCP मीटिंग से देश के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ को जबरन बाहर निकाल दिया गया। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से जारी एक वीडियो में शी जिनपिंग के बाजू में बैठे हू जिंताओ को दो सुरक्षाकर्मियों ने कुर्सी से उठाया और एस्कॉर्ट कर मीटिंग हॉल से बाहर ले गए। तो वही चीन में 2021 में हुई CCP कांग्रेस के दौरान जिनपिंग के लिए खास तौर पर संकल्प पत्र लाया गया था। इसमें बतौर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की उपलब्धियां गिनाई गई थीं, तो वहीं उन्हें भविष्य के लीडर के तौर पर भी प्रोजेक्ट किया गया था। CCP के 100 साल के इतिहास में इससे पहले केवल दो संकल्प पत्र लाए गए थे।
हू जिंताओ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के सीनियर लीडर हैं। शी जिनपिंग के 2013 में राष्ट्रपति बनने से पहले जिंताओ दस साल तक चीन के राष्ट्रपति रह चुके हैं। वे 15 मार्च 2003 से 14 मार्च 2013 तक पद पर काबिज थे। उन्होंने संविधान के मुताबिक, दो कार्यकाल पूरे होने के बाद पद छोड़ दिया था। हालांकि, इसके बाद भी लगातार कम्युनिस्ट पार्टी की मीटिंग्स में शामिल होते रहे हैं। इधर, न्यूज एजेंसी AP ने खबर दी है कि शी जिनपिंग ने चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग को भी पार्टी लीडरशिप से हटा दिया है। उनके साथ तीन और टॉप ऑफिशियल्स को हटाया गया है। अब ये चारों नेता दोबारा पोलित ब्यूरो के मेंबर नियुक्त नहीं किए जा सकेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CCP) की बैठक के आखिरी दिन यानी शनिवार को यह फैसला किया गया।
जिनपिंग ने PM के साथ शंघाई पार्टी के प्रमुख हान झेंग, पार्टी एडवाइजरी हेड वांग यांग और नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के प्रमुख ली झांशु को भी पार्टी लीडरशिप से हटा दिया है। ली झांशु को जिनपिंग का बेहद करीबी माना जाता है। इनकी जगह जो नाम चर्चा में हैं, वे हैं- डिंग शुशियांग, चेन मिनेरो, ली कियान्ग और हू चुनहुआ। चारों ही कम्युनिस्ट पार्टी के लीडर्स हैं। पिछले 7 दिनों से बीजिंग में चल रही चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) की हाई लेवल मीटिंग आज खत्म हो गई। इस दौरान पार्टी कॉन्स्टिट्यूशन (संविधान) में संशोधन को मंजूरी दे दी गई। ये संशोधन चीन के नेता के रूप में शी जिनपिंग की लीडरशिप को बढ़ा सकता है। दरअसल बैठक के दौरान पार्टी के मेंबर्स ने नई सेंट्रल कमेटी के लिए वोटिंग की। इसमें 205 मेंबर्स हैं जिनमें 11 महिलाएं हैं। यही कमेटी पोलितब्यूरो मेंबर्स का सिलेक्शन करती है। बैठक खत्म होने के बाद सेंट्रल कमेटी की मीटिंग होती है। इसमें पोलितब्यूरो के 25 मेंबर्स और स्टैंडिंग कमेटी के 7 मेंबर्स चुने जाते हैं। ये मेंबर्स कौन होंगे इसका ऐलान 23 अक्टूबर को किया जा सकता है।