नई दिल्ली, 25 जनवरी ( न्यूज हेल्पलाइन ) दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में सीएम अरविंद केजरीवाल ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होने कई बड़े ऐलान किए।
सीएम ने कहा कि आज सभी देश और दिल्लीवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं। पिछले 2 साल से देश और दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। देश में अभी तीसरी लहर चल रही है लेकिन दिल्ली में ये 5वीं लहर है और सबसे ज्यादा कोरोना की मार दिल्ली वालों ने झेला है।
सीएम ने कहा कि दिल्ली के लोग,ऑफिसर,डॉक्टर ने जिस धैर्य के साथ इस महामारी का सामना किया है वो काबिले तारीफ है। ओमिक्रोन बहुत तेजी से फैलती है लेकिन हल्के लक्षण हैं। 13 जनवरी को करीब 29,000 केस आए थे और दूसरी लहर में भी लगभग इतने केस थे। 29,000 केस के समय हमारे 2,500 से 3,000 बेड भरे थे।
सीएम ने कहा कि दिल्ली में 100% लोगों को पहली डोज़ दी जा चुकी है और 82% लोगों को दूसरी डोज़ दी गई है। मुझे लगता है ये पूरे देश और दुनिया में एक रिकॉर्ड है। बूस्टर डोज भी बहुत तेजी से लग रही है। हम जल्द ही कोरोना प्रतिबंधों को हटाएंगे
केजरीवाल ने आगे कहा,आज मैं ऐलान करता हूं कि दिल्ली सरकार के सभी ऑफिस में बाबा साहब अम्बेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीर लगाई जाएगी। हम नेताओं और मुख्यमंत्रियों की तस्वीरें नहीं लगाएंगे।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हम हर बच्चे के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बीआर अंबेडकर के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि हम पिछले 7 वर्षों में उस क्रांति को शिक्षा क्षेत्र में लाए हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पत्नी मेलानिया ट्रम्प ने भी हमारे सरकारी स्कूलों का दौरा किया।
दिल्ली में कोविड के कम होते मामलों के बीच 27 जनवरी को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इस बैठक में दिल्ली में कोविड के मामलों, संक्रमण दर और अस्पतालों में बेड्स की समीक्षा के साथ-साथ पाबंदियों में कुछ और ढील दिए जाने के बारे में फैसला लिया जा सकता है। इस समय दो सबसे बड़े मुद्दे वीकेंड कर्फ्यू और बाजारों से ऑड-ईवन सिस्टम को हटाए जाने की मांग को लेकर है। दिल्ली सरकार भी इन दोनों पाबंदियों को हटाने का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेज चुकी है लेकिन पिछले हफ्ते इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था। अब माना जा रहा है कि डीडीएमए की बैठक में इन दोनों पाबंदियों को लेकर चर्चा होगी और विशेषज्ञों की राय के आधार पर फैसला लिया जाएगा कि क्या वीकेंड कर्फ्यू और ऑड-ईवन को जारी रखा जाए या फिर इन दोनों पाबंदियों को हटा दिया जाए|