जालना, 25 जून
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को पुष्टि की कि नोवेल कोरोनवायरस के डेल्टा प्लस वेरीयंट के कारण कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरी जिले का एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। महाराष्ट्र में डेल्टा वेरीयंट से यह पहली मौत मानी जा रही है।
जिला अधिकारियों ने कहा कि मृतक उम्र होने की वजह से कई अन्य बीमारियों से भी पीड़ित था। राजेश टोपे ने जालना में कहा कि पूरे महाराष्ट्र के सात जिलों में अब तक 21 'डेल्टा प्लस' रोगियों में से केवल एक ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया था वहीं मरीज़ अन्य स्थिर है और कुछ को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
नए वेरीयंट के प्रसार के मद्देनजर लोगों से कोविड -19 से बचने के लिए सख्ती से पालन करने का आग्रह करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने तत्काल कड़े लॉकडाउन के सुझावों को खारिज कर दिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "डेल्टा वेरीयंट नया नहीं है ... एक मौत के साथ, शेष 20 मामलों पर स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बारीकी से नजर रखी जा रही है। जबकि वर्तमान में बड़ी संख्या में मरीज नहीं हैं, हम 36 जिलों में से प्रत्येक में अधिक नमूने एकत्र कर रहे हैं और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) इसमें राज्य सरकार की सहायता कर रहा है।” उन्होंने देखा कि जिन मामलों में डेल्टा प्लस वेरीयंट का पता चला था उनका अनुपात मुश्किल से 0.005% था।
उन्होंने कहा "इसलिए, जबकि डेल्टा प्लस वेरीयंट अभी तक महत्वपूर्ण रूप से नहीं बढ़ा है और चिंता का तत्काल मामला नहीं है, वैरिएंट के गुण गंभीर हैं।”
बता दें महाराष्ट्र में सबसे अधिक डेल्टा प्लस वेरीयंट के मामले रत्नागिरी में पाए गए हैं, इसके बाद जलगांव में सात, मुंबई में दो और पालघर, ठाणे और सिंधुदुर्ग जिलों में एक-एक मामला सामने आया है।