लखनऊ, 14 जनवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) यूपी में होने वाले चुनाव को देखते हुए राज्य में सियासी घमासान तेज हो गया है। समाजवादी पार्टी-आरएलडी गठबंधन ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 29 सीटों के साथ अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की।
इससे पहले आज दिन में, भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने बैठक की और उत्तर प्रदेश की 172 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों को अंतिम रूप दिया।
पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य दोनों को मैदान में उतारने की योजना बनाई है जो की वर्तमान में विधान परिषद के सदस्य हैं। बताया जा रहा है की सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने की संभावना है, जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते है।
वहीं एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी के साथ यूपी चुनाव लड़ने के अपने फैसले की घोषणा की।
राकांपा नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा, “हमने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। एक सीट का ऐलान हो चुका है और दूसरी सीटों के लिए बातचीत जारी है। हम यूपी में बनने वाले गठबंधन का समर्थन करेंगे।”
दूसरी और दिन भर चले राजनीतिक ड्रामे के बीच सत्तारूढ़ भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा। उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री (आयुष, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन) धर्म सिंह सैनी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया और वह राज्य विधानसभा चुनावों से पहले ऐसा करने वाले तीसरे कैबिनेट मंत्री बन गए। अपने फैसले के पीछे राज्य सरकार द्वारा दलितों, पिछड़े वर्गों, किसानों, शिक्षित बेरोजगार युवाओं और छोटे व्यापारियों के प्रति "घोर उपेक्षा" का हवाला देते हुए सैनी ने दोपहर में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की।
उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से शुरू होने वाले सात चरणों में होने वाले चुनाव से पहले भाजपा के कुल आठ विधायकों और 3 मंत्रियों ने अब तक इस्तीफा दे दिया है।
बता दें, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान होगा, जबकि मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा। उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 मार्च तक 403 विधायकों के चुनाव के लिए सात चरणों में मतदान होगा। जबकि सभी चुनावों के मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।