न्यूज हेल्पलाइन 22 मार्च नई दिल्ली, देश के सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए पहली बार केंद्रीकृत परीक्षा (सीईटी) आयोजित की जाएगी। इसके लिए 12वीं की परीक्षा में प्राप्त अंक मायने नहीं रखेंगे और सीईटी के अंकों पर ही प्रवेश दिया जाएगा। सीईटी अधिसूचना राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा अप्रैल में जारी की जाएगी और परीक्षा जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएगी। परीक्षा 13 भारतीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी। यदि कोई विदेशी छात्र किसी विदेशी भाषा में या केंद्रीय विश्वविद्यालय मेंअगर आप साहित्य सीखना चाहते हैं तो आपके पास 19 विदेशी भाषाओं का विकल्प होगा। इसके अलावा डिग्री कोर्स के लिए 27 विषयों को चुनने का विकल्प होगा। छात्र इससे बाहर|
छह विषय चुन सकते हैं। राज्य सरकार के विश्वविद्यालयों और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सीईटी भी अनिवार्य नहीं होगा। हालांकि, अगर वे चाहें तो सीईटी के न्यूनतम एक और अधिकतम अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।
कर सकना दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया और सेंट स्टीफंस कॉलेज के अलावा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय जैसे अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों में भी।
सीईटी भी पिछले साल आयोजित किया गया था। लेकिन उस समय केवल उसी आधार पर केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश अनिवार्य नहीं था। उस समय केवल 12 विश्वविद्यालयों ने इस योजना में भाग लिया था। इस समय, सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए सीईटी अनिवार्य कर दिया गया है। इस साल, एनटीए स्नातकोत्तर प्रवेश के लिए सीईटी भी आयोजित करेगा। हालांकि, केंद्रीय विश्वविद्यालयों को उनके अंकों के आधार पर छात्रों को प्रवेश देने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। उन्हें डिग्री परीक्षा में उनके अंकों के आधार पर या अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा आयोजित करके प्रवेश दिया जा सकता है। हालांकि, संभावना है कि अगले कुछ वर्षों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में भी प्रवेश सीईटी के माध्यम से होगा।