न्यूज हेल्पलाइन 18 फरवरी मुंबई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में बोलते हुए देश में कोरोना फैलाने के लिए महाराष्ट्र को जिम्मेदार ठहराया है। यह महाराष्ट्र का बहुत बड़ा अपमान है। वहीं अब इस आंदोलन के अगले चरण की शुरुआत करते हुए मोदी से माफ़ी मांगने की मुहिम को और तेज किया जाएगा। यह जानकारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के हिस्से के रूप में अब कांग्रेस नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस के माध्यम से मोदी को हजारों पत्र भेजे जाएंगे, जिसमें उनसे शिव जयंती दिवस पर महाराष्ट्र से माफी मांगने के लिए कहा जाएगा।
गांधी भवन में पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने कोरोना काल में अचानक लॉकडाउन की घोषणा तो कर दी लेकिन महाराष्ट्र समेत पूरे देश के लोगों की मदद के लिए नहीं की। ऐसे समय में महाराष्ट्र कांग्रेस और राज्य सरकार ने लाखों लोगों के लिए रहने और भोजन की व्यवस्था करने के अलावा हजारों प्रवासी मजदूरों को उनके गांव भेजने का भी इंतजाम किया। मुश्किल समय में लोगों की मदद करना कांग्रेस की परंपरा है। लेकिन दूसरी ओर प्रधानमंत्री ने देश में कोरोना फ़ैलाने के लिए महाराष्ट्र को जिम्मेदार बता कर छत्रपति शिवाजी महाराज और राज्य के लोगों का अपमान किया है। पटोले ने कहा कि हमने सामाजिक प्रतिबद्धता की जिम्मेदारी निभाते हुए हजारों लोगों की मदद की। ऐसे में महाराष्ट्र कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के इस गैर जिम्मेदार बयान के लिए उनसे माफी की मांग को लेकर बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के घरों के सामने आंदोलन शुरू कर दिया है। इस आंदोलन के तहत शिव जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री से माफ़ी मांगने की मांग कर उनके पाप का प्रायश्चित करने की अपील की जाएगी।
पत्र में कहा गया है कि इतिहास गवाह है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र दिल्ली के सिंहासन और अहंकारी अंग्रेजों के सामने नहीं झुका। अपने नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहो कि जिस तरह देश को किसानों का अपमान करने के लिए उन्हें माफी मांगनी पड़ी, उसी तरह महाराष्ट्र का अपमान करने के लिए माफी मांग लेना बेहतर होगा। दिल्ली सरकार के सामने घुटने टेककर महाराष्ट्र के स्वाभिमान के साथ मत खेलो, महाराष्ट्र की जनता कभी माफ नहीं करेगी। छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्मदिन के अवसर पर क्षमा मांगें और अपने पापों का प्रायश्चित करें।
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में, पटोले ने कहा कि पुलिस द्वारा राज्य महासचिव और मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे द्वारा विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के आधिकारिक आवास के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान किया गया व्यवहार बेहद अपमानजनक था। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री से उन पुलिस अधिकारियों पर उचित कार्रवाई करने की मांग करेंगे, जिन्होंने लोंढे के साथ बदतमीजी की थी|