नई दिल्ली, 25 मई | कांग्रेस ने ‘कोविड टूलकिट’ मामले में मंगलवार को 11 केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट का हवाला देते हुए माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर से आग्रह किया कि इन नेताओं को लेकर भी उसी तरह की कार्रवाई की जाए जो ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ और ‘फर्जीवाड़े’ के दूसरे मामलों में की जाती है।
कांग्रेस महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्रियों-गिरिराज सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, प्रह्लाद जोशी, धर्मेंद्र प्रधान, रमेश पोखरियाल निशंक, थावरचंद गहलोत, हर्षवर्धन, मुख्तार अब्बास नकवी और गजेंद्र सिंह शेखावत के ट्वीट के यूआरएल ट्विटर इंडिया के प्रबंधन को एक पत्र के माध्यम से भेजे हैं और कारवाई की मांग की है।
टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल की जांच टीम सोमवार शाम को ट्विटर इंडिया (Twitter India) के दो ऑफिस पर जांच और पूछताछ के लिए पहुंची थी, लेकिन पुलिस की जांच टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा और यहां पर पुलिस को कोई नहीं मिला.
दिल्ली पुलिस के PRO चिन्मय बिस्वाल ने बताया है कि, 'दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की टीम सामान्य प्रक्रिया के तहत ट्विटर इंडिया (Twitter India) को नोटिस देने के लिए उसके दफ्तरों में गई थीं. इसकी जरुरत इसलिए पड़ी, क्योंकि वो जानना चाहते थे कि नोटिस देने के लिए सही व्यक्ति कौन है क्योंकि ट्विटर इंडिया के एमडी की ओर से मिला जवाब बिलकुल सटीक नहीं था.'
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ट्विटर ने कथित 'कोविड टूलकिट' से संबंधित भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट को ‘‘छेड़छाड़ किया हुआ’’ बताया था।
भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने एक टूलकिट बनाकर कोरोना वायरस के नए स्वरूप को ''भारतीय स्वरूप'' या ''मोदी स्वरूप'' बताया और देश तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि खराब करने का प्रयास किया। हालांकि, कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया था कि भाजपा उसे बदनाम करने के लिये फर्जी 'टूलकिट' का सहारा ले रही है।