कोलकाता, 16 अप्रैल। पश्चिम बंगाल में गत 10 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान वाले दिन कूचबिहार के सीतलकुची में फायरिंग में हुई चार लोगों की मौत की जांच आखिरकार सीआईडी ने शुक्रवार से शुरू कर दी। हाईकोर्ट से इस मामले में आगामी पांच मई को रिपोर्ट तलब किए जाने के बाद जांच एजेंसियां सक्रिय हुई हैं और अपराह्न के समय बताया गया कि जांच की शुरुआत कर दी गई है। आरोप है कि चार लोगों की मौत सुरक्षाबलों द्वारा अपने बचाव में की गई फायरिंग में हुई।
घटना के बाद से ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषित किया था कि इसकी जांच सीआईडी करेगी, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी जांच अधिकारियों की टीम वहां नहीं पहुंची थी जिसके बाद सवाल खड़े हो रहे थे।
सूत्रों ने बताया कि शनिवार को सीआईडी की टीम घटनास्थल पर पहुंचेगी और पीड़ित परिवारों के साथ बातचीत करेगी। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। फायरिंग की इस घटना के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जमकर जुबानी जंग शुरू हो गई थी।
अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ता सीतलकुची निर्वाचन क्षेत्र के जोरपटकी में मतदान केंद्र 126/5 का दौरा करेंगे जहां सीआईएसएफ कर्मियों ने ग्रामीणों द्वारा कथित तौर पर हमला करने के बाद गोलियां चला दी थीं। तृणमूल ने दावा किया है कि जिनकी मौत हुई वे पार्टी के समर्थक थे और उन्हें उस वक्त गोली मारी गई जब वे वोट डालने के लिए कतार में खड़े थे। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी इस घटना को पहले ही नरसंहार बता चुकी हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों से बात करने और उनके बयान दर्ज करने के अलावा एसआईटी घटना का वीडियो फुटेज भी देखेगी। उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित हुआ है जिसकी प्रमाणिकता को जांचने के लिए फॉरेंसिक जांच करवाई जा सकती है। एसआईटी घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय पुलिस थाने के अधिकारियों और कर्मियों से भी बात करेगी।
चुनाव आयोग ने घटना के बाद मतदान केंद्र पर वोटिंग रद्द कर दी थी और स्थिति बिगडऩे से रोकने के लिए कूचबिहार में नेताओं के प्रवेश पर 72 घंटे की रोक लगा दी थी। वहीं, ममता बुधवार को सीतलकुती पहुंची थीं और मृतकों के परिवार से मुलाकात की थी।