कोलकाता, 15 मई । राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने असम के धुबरी और कोकराझार जिलों के प्राधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उन शिविरों का दौरा करें जहां पर बंगाल में चुनाव बाद हिंसा की वजह से पलायन कर आये बच्चे रह रहे हैं।आयोग ने प्राधिकारियों से इन बच्चों की संख्या और उनके प्रताड़ना की विस्तृत रिपोर्ट जमा करने को कहा है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
शनिवार को बाल अधिकारों के शीर्ष निकाय ने जिलाधिकारियों को इन बच्चों का बयान दर्ज करने और उत्पीड़न मामलों में जीरो एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। आयोग ने मीडिया में आई खबरों और कुछ व्यक्तियों ने दी गई जानकारी पर संज्ञान लिया है। साथ ही जानकारी देने वालों की पहचान गुप्त रखी गई है। आरोप है कि कुछ लोगों या राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर कई बच्चों और उनके परिवार के साथ हिंसा की और उनका उत्पीड़न किया।
बताते चलें कि एक दिन पहले बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी असम के उन शिविरों का दौरा किया था, जहां बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद हुई हिंसा की वजह से अपनी जान की सुरक्षा के लिए पलायन करने वाले बड़ी संख्या में रह रहे हैं। राजपाल के पहुंचने पर इन शिविरों में कई महिलाएं व बुजुर्ग उनके पैरों पर गिरकर रोने लगे और उन्होंने हिंसा का वाकया बयां किया।