मुंबई, 28 मई - ब्लैक फंगस की एकमात्र दवा एम्फोटेरिसिन बी की पचास हज़ार सिसियां आज मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंच गई। यह जानकारी केंद्रीय रासायनिक और उर्वरक राज्य मंत्री मंडाविया ने ट्वीट करके दी। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘एम्फोटेरिसिन बी की 50,000 सिसियां आज मुम्बई एरपोर्ट पर पहुंच गई। हम देश में इसकी आवश्यकता पूरी करने का बहुत प्रयास कर रहे हैं।’
ज्ञात हो कि देश अभी कोरोना के प्रभावों से उबरने के प्रयास कर ही रहा है कि एक और संक्रामक बीमारी म्यूकोरमाइकोसिस पूरे देश में निरंतर फैलती जा रही है और इसने देश के लगभग सभी राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा ली है। दिल्ली में तो इसका प्रभाव इतना बढ़ गया है कि कल 27 मई को दिल्ली के उपराज्यपाल ने इसे महामारी के श्रेणी में डाल दिया। बता दें कि म्यूकोरमाइकोसिस के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन बी ही एकमात्र आधिकारिक दवा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में इस दवा की राज्य में भारी किल्लत होने की शिकायत केंद्र सरकार से की थी। उनके अनुसार मरीजों की संख्या देखते हुए राज्य में उन्हें प्रतिदिन 3500 एम्फोटेरिसिन बी के डोज की आवश्यकता है, जबकि उन्हें मात्र 400 डोज प्रतिदिन ही प्राप्त हो रही है। दिल्ली के अलावे कई अन्य राज्य भी इस दवा की कमी की शिकायत कर रहे हैं। इसी बारे में संज्ञान लेते हुए कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अधिकारियों से कहा था कि दुनिया के किसी भी कोने से इस दवा को ढूंढ कर लाओ।
बता दें कि आज एम्फोटेरिसिन बी की जो 50,000 डोज प्राप्त हुई है वह पूर्व में ही ऑर्डर की जा चुकी थी, इस तरह केंद्र सरकार इस बारे में पूर्व से ही सजग है। आज प्राप्त हुई डोज अमेरिका से आई है। इसी आर्डर के तहत 1 लाख से ज्यादा सिसियां अभी और आनी है और सरकार विश्व के अन्य भागों से भी यह दवा प्राप्त करने का पूरा प्रयास कर रही है।